06 Mar. Vadodara: नवापुरा इलाके में रहने वाले 32 साल के व्यापारी युवक कल एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए थे और उन्हें इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन डॉक्टर्स की टीम ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया था। युवा व्यापारी की मौत के बाद भी परिवार ने साहसिक निर्णय लेते हुए मृतक युवक के अंगों का दान करने का मन बनाया और अंग दान कर समाज में एक उम्दा मिसाल कायम की।
सयाजीपुरा निकट ट्रक और टेंपो के बीच हुई टक्कर में नवापुरा के गोदड़ीया वास में रहने वाले और सब्जी का व्यापार करने वाले 32 साल के वीरु गोदड़िया को गंभीर चोटें पहुंची थी। वीरू रोजाना की तरह APMC मार्केट सब्जी लेने गए हुए थे उस दौरान हादसे का शिकार बने। घायल सब्जी विक्रेता को इलाज के लिए पहले एसएसजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और वहां से उन्हें दांडिया बाजार के निजी अस्पताल में वेंटिलेटर भी पर रखा गया, लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था।डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया।
वीरू गोदड़िया के परिवार में बुजुर्ग मां, पत्नी, 3 साल की बेटी और 9 महीने का बेटा भी है। कमाने वाले परिवार के एक ही व्यक्ति की मौत से गरीब परिवार पर जैसे कि आसमान टूट पड़ा। लेकिन उसके बावजूद सामाजिक कार्यकर मुकेश नायक और डॉक्टरों के समझाने पर पारंपरिक गोदड़िया समाज के गरीब परिवार ने मृतक युवक वीरू का अंगदान करने का निर्णय लिया। वीरू की 2 किडनी, लिवर, हार्ट और 2 कॉर्निया दान किया गया। आज सुबह शहर पुलिस की सहायता से ग्रीन कॉरिडोर बनाते हुए मृतक युवक वीरू के हार्ट को अहमदाबाद के सिम्स अस्पताल भेजा गया और जामनगर के एक मरीज का फौरन हार्ट ट्रांसप्लांट कर उन्हें नई जिंदगी दी गई।
अंग दान कर 6 लोगों की जिंदगी हमेशा के लिए आबाद करने वाले वीरू कई परिवारों के दिल में हमेशा जिंदा रहेंगे। अगर हमें भी ऐसा कोई मौका मिले और मौत जैसी दुखद घटना को भी अगर हम हमेशा के लिए जीवंत बना दें तो शायद इससे बेहतर और कुछ भी नहीं हो सकता।
More Stories
मोहाली में गिरी बहुमंजिला इमारत, 15 से ज्यादा लोगों के दबे होने की आशंका , बचाव कार्य जारी
43 साल बाद क्यों कुवैत दौरे पर गए प्रधानमंत्री मोदी?
दिल्ली चुनाव से पहले AAP को बड़ा झटका, LG ने केजरीवाल के साथ खेला खेल