कहते हैं कि यदि दिल में कुछ करने की उमंग हो तो होसले आसमानी होना चाहिए। ऐसा ही हौसला है गुजरात के वडोदरा के एक 6 साल के स्केटबोर्डर का। वैसे तो वडोदरा के खिलाड़ियों ने देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपना नाम रोशन किया है। स्केट की बात करें तो वडोदरा के 6 साल के गौरव ने वो बुलंदी हासिल की है जिसे अच्छे-अच्छे कतराते हैं।
वडोदरा के बाल स्केटर गौरव द्विवेदी ने चंडीगढ़ सेक्टर-17 के नए स्केट पार्क में आयोजित 61वीं राष्ट्रीय रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप में 5 से 7 आयु वर्ग में गोल्ड मेडल जीता है। इसके ही साथ उन्होंने महज 3 साल के करियर में ही नेशनल स्केटिंग में गोल्डन हैट्रिक पूरी कर ली है।
गौरव ने Skateboard में 3 साल की उम्र से अपना सफर शुरू किया था। जब वे 4 साल के थे तब वे पहली बार राष्ट्रीय चैंपियन बने थे। इसके बाद वे लगारा महनत कर हर इवेंट में भाग लेते रहे।
कोरोना काल से की खेल की शुरुआत
गौरव के पिता साइनटिस्ट हैं वे बताते हैं कि कोरोना में टीवी-मोबाइल से दूर रखने के लिए गौरव को खेलों में लगाया। स्केट बोर्ड पर प्रेक्टिस करने का निर्णय गौरव का ही था। वह अपनी हाईट से भी ज्यादा ऊंची छलांग मारता था। इसी लिए वह सबसे बेहतर है। वे तीन नेशनल में गोल्ड जी चुका है। अब आप इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करते देखेंगे।
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