गुजरात के वड़ोदरा में बाढ़ प्रबंधन के विभिन्न उपायों पर चर्चा के लिए विश्वामित्री बाढ़ निवारण समिति की अहम बैठक आयोजित की गई। यह बैठक नर्मदा गेस्ट हाउस में हुई, जिसमें म्युनिसिपल कमिश्नर दिलीप राणा, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के सलाहकार राठौड़, और अन्य प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का उद्देश्य विश्वामित्री नदी के बाढ़ प्रबंधन को सुदृढ़ करना और संभावित खतरों को कम करने के उपायों पर विचार करना था।
बैठक में उठाए गए मुख्य मुद्दे
1. आजवा डैम के डाउनस्ट्रीम में नया स्ट्रक्चर बनाने का प्रस्ताव
बैठक में आजवा डैम के डाउनस्ट्रीम क्षेत्र में एक डैम जैसा नया संरचना बनाने का प्रस्ताव रखा गया। यह संरचना बाढ़ के पानी के प्रवाह को नियंत्रित करने और शहर में जलभराव की समस्या को कम करने में सहायक होगी।
2. डैम की स्टोरेज और केयरिंग कैपेसिटी बढ़ाने पर चर्चा
आजवा डैम की जल संग्रहण क्षमता और संभालने की क्षमता बढ़ाने के लिए तकनीकी और संरचनात्मक उपायों पर चर्चा हुई। अधिक क्षमता वाले डैम का निर्माण भविष्य में बाढ़ के खतरे को कम करेगा और जल प्रबंधन को अधिक प्रभावी बनाएगा।
3. बाढ़ निवारण के लिए दीर्घकालिक योजना
बैठक में दीर्घकालिक योजनाओं पर भी जोर दिया गया। विशेषज्ञों और अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने के लिए विचार-विमर्श किया कि भविष्य में बाढ़ जैसी आपदाओं को कम किया जा सके और शहरवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो।
वड़ोदरा में बाढ़ की समस्या का समाधान
वड़ोदरा, जो विश्वामित्री नदी के पास स्थित है, अक्सर बाढ़ की समस्या का सामना करता है। शहर के कई इलाके भारी बारिश के बाद जलभराव से प्रभावित होते हैं। समिति की यह बैठक शहरवासियों को बाढ़ की समस्या से निजात दिलाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
विश्वामित्री बाढ़ निवारण समिति की बैठक से यह स्पष्ट होता है कि वड़ोदरा में बाढ़ प्रबंधन के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। आजवा डैम पर चर्चा और नई संरचनाओं के प्रस्ताव आने वाले समय में शहरवासियों के लिए राहत लेकर आएंगे। इस प्रकार की योजनाएं न केवल वर्तमान समस्याओं को हल करेंगी, बल्कि भविष्य में बाढ़ से बचाव के लिए एक मजबूत ढांचा भी तैयार करेंगी।
More Stories
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की गार्ड ऑफ ऑनर के साथ विदाई
सर्दियों में गुजरात का बदला मिजाज, 25 जिलों में आज ओलावृष्टि और बारिश की संभावना
तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष ने खुद पर क्यों बरसाए कोडे, DMK सरकार गिरने तक खाई नंगे पैर चलने की कसम