गुजरात के वडोदरा में कांग्रेस के नेता चिराग झवेरी के दुखद निधन की खबर अमेरिका से आई है। स्वर्गीय हंस कुमार झवेरी के बेटे चिराग झवेरी ने एम एस यूनिवर्सिटी में बीकॉम की पढ़ाई की थी। अपने छात्र काल के दौरान कॉमर्स फैकल्टी में FR के रूप में वे चुने गए थे और छात्र नेता के रूप में अपनी राजनीतिक कैरियर भी उन्होंने तभी से कांग्रेस में जुड़कर की थी।
14 अगस्त सन 1957 को जन्मे चिराग झवेरी वड़ोदरा के मांजलपुर में रहते थे। सन 1987 से राजनीति में उन्होंने सक्रिय भूमिका अदा की, वर्ष 1979 में उनकी शादी हुई और 37 वर्ष की उनकी राजनीतिक कैरियर में लगातार 33 सालों तक चिराग झवेरी मांजलपुर के नगर सेवक रहे। इस दौरान वह बड़ोदरा महानगरपालिका में डिप्टी मेयर और विपक्ष नेता भी रहे।
मांजलपुर विधानसभा से चिराग झवेरी ने विधानसभा चुनाव भी लड़ा था। 3 जुलाई को चिराग झवेरी अपने परिवार के साथ 15 दिनों के लिए अमेरिका की यात्रा पर गए थे और वहां से दोस्तों के साथ एक द्वीप पर घूमने गए हुए थे। रविवार रात सोने के बाद सोमवार सुबह चिराग झवेरी उठे ही नहीं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हार्ट अटैक से उनका दुखद निधन हुआ है। वडोदरा के सक्रिय राजनेता के रूप में जाने जाते चिराग झवेरी के निधन से वड़ोदरा में शोक की लहर फैल गई है। चिराग झवेरी अपने पीछे पत्नी कल्पना झवेरी और दो बेटों समेत के पूरे परिवार को छोड़ गए हैं। न सिर्फ कांग्रेस पार्टी लेकिन सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ नजदीकी संबंध रखने वाले और सही मायने में जनप्रतिनिधि के रूप में सालों तक काम करने वाले चिराग झवेरी के चले जाने से वी वड़ोदरा में एक बड़ी कमी सामने आई है।
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