हालही में उत्तराखंड के जंगलों में आग (Forest fire) लगने का मामला सामने आया है। नैनीताल के पास नैनीताल भवाली रोड पर पाइंस के जंगलों में भीषण आग लग गई, जिसमें जंगल का एक बड़ा हिस्सा और ITI भवन चपेट में आ गया है। साथ ही लड़ियाकांटा क्षेत्र के जंगल में भी आग लगी हुई है।
पिछले 36 घंटों से नैनीताल के जंगल आग लगने से जल रहे हैं। इस आग से कई सारी हेक्टर हरी ज़मीन जलकर ख़ाक हो गई है। नैनीताल के वन विभाग ने इंडियन एयर फाॅर्स और इंडियन आर्मी की मदद मांगी है। जिला प्रशासन ने आग बुझाने के काम में हेलीकॉप्टरों को भी लगाया हुआ है। जंगल की आग से नैनीताल की हाई कोर्ट कॉलोनी पर खतरा मंडरा रहा है। वजह यह है कि आग हाई कोर्ट कॉलोनी के पास तक फ़ैल चुकी है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभागों से आपस में समन्वय बनाकर आग बुझाने को कहा है। धामी ने यह भी कहा है कि वह राज्य के हलद्वानी जिले में नैनीताल के जंगल में लगी आग पर एक बैठक करेंगे। पहले भी देहरादून में इस विषय पर बैठक की गई है।
नैनीताल नगर निगम के कार्यकारी अधिकारी राहुल आनंद ने कहा, “हमें भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों द्वारा आग बुझाने के लिए नैनीताल से पानी लेने की अनुमति मांगने की सूचना मिली। व्यवस्था करने के लिए, हमने झील में नौकायन को दिन भर के लिए बंद कर दिया। नैनीताल में कई जगहों पर आग लगने की खबर है, जिसमें जिले में मौजूद वायु सेना स्टेशन के बहुत करीब स्थान भी शामिल है। आग बुझाने के लिए हेलीकॉप्टर लाने का मुख्य उद्देश्य वायु सेना स्टेशन को सुरक्षित रखना था।”
नैनीताल के वन विभाग ने आग बुझाने के काम में 40 कर्मियों को लगाया हुआ है। बता दें कि कल, 24 घंटे की अवधि के भीतर, उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में जंगल में आग लगने की 26 घटनाएं सामने आईं है। वहीँ गढ़वाल में पांच घटनाएं सामने आईं। इस अवधि के दौरान कुल 33.34 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ।
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