उत्तर प्रदेश सरकार ने आगामी महाकुंभ के लिए एक बड़ी घोषणा की है। राज्य सरकार ने श्रद्धालुओं को बिना किसी परेशानी के कुंभ मेले तक पहुंचने के लिए बड़ा कदम उठाया है। अब कार सवार श्रद्धालु, जो अपनी निजी वाहनों से इलाहाबाद (प्रयागराज) तक यात्रा करेंगे, उन्हें टोल टैक्स नहीं देना पड़ेगा। ये फैसला महाकुंभ के दौरान यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
कौन से टोल प्लाजा पर मिलेगा मुफ्त यात्रा का लाभ?
उत्तर प्रदेश सरकार ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के साथ मिलकर महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में प्रवेश करने वाले सभी प्रमुख टोल प्लाजाओं पर टोल टैक्स को माफ कर दिया है। इस निर्णय के तहत सात प्रमुख टोल प्लाजा पर श्रद्धालुओं को टोल टैक्स से मुक्ति मिलेगी। ये प्लाजा हैं:
चित्रकूट राजमार्ग पर उमापुर टोल
अयोध्या राजमार्ग पर मऊआइमा टोल
लखनऊ राजमार्ग पर अंधियारी टोल
मीरजापुर मार्ग पर मुंगारी टोल
वाराणसी मार्ग पर हंडिया टोल
कानपुर मार्ग पर कोखराज टोल
इन टोल प्लाजाओं पर टोल टैक्स अगले साल जनवरी से लेकर महाकुंभ के समाप्त होने तक, यानी लगभग 45 दिनों तक, फ्री रहेगा। इस दौरान, श्रद्धालु अपने निजी वाहन से इन मार्गों का उपयोग कर बिना किसी टोल शुल्क के कुंभ मेले तक पहुंच सकेंगे।
भारी वाहनों से लिया जाएगा टोल
हालांकि, यह राहत सिर्फ निजी वाहनों के लिए है। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि भारी और कमर्शियल वाहनों से टोल टैक्स लिया जाएगा। इसका मतलब है कि जिन वाहनों में निर्माण सामग्री जैसे सरिया, बालू, सीमेंट, इलेक्ट्रॉनिक सामान या अन्य वाणिज्यिक सामान लोडेड होंगे, उन्हें टोल टैक्स देना होगा। इस निर्णय का उद्देश्य कुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं को सुविधा देना और आवश्यक सामान की आपूर्ति सुनिश्चित करना है।
यह कदम एक बड़ा स्वागतयोग्य फैसला है। यूपी सरकार ने न सिर्फ श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि सरकार का ध्यान आम जनता और उनके आस्था के आयोजनों के प्रति कितनी गहरी समझ और सहानुभूति है। महाकुंभ जैसा विशाल आयोजन हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है और इन टोल फ्री फैसलों से उनका यात्रा अनुभव और भी सहज हो सकेगा। खासकर उन लोगों के लिए जो पहले टोल टैक्स के चलते यात्रा में देरी महसूस करते थे।
इस तरह के कदम से उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने पर्यटन और धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में और अधिक सकारात्मक छवि स्थापित करने का एक अवसर प्राप्त किया है। हालांकि, सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि इन फैसलों का लाभ सही लोगों तक पहुंचे और टोल टैक्स माफी का फायदा केवल श्रद्धालुओं तक ही सीमित रहे। पिछली बार 2019 में भी जब महाकुंभ हुआ था, तब यूपी सरकार ने इसी तरह के फैसले लिए थे, जो श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत लाभकारी साबित हुए थे।
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