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Tuesday, April 1   9:03:58

जलगांव के सरकारी अस्पताल में 12 शवों को लाया गया है। इनमें 7 की पहचान हो गई है। मरने वालों में 9 पुरुष और 3 महिलाएं हैं।

महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बुधवार शाम 4:42 बजे दिल दहला देने वाला ट्रेन हादसा हुआ। पाचोरा स्टेशन के पास माहेजी और परधाड़े के बीच पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह फैलने से अफरा-तफरी मच गई। घबराए यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन रोक दी और जान बचाने के लिए कूदकर ट्रैक पर खड़े हो गए। तभी दूसरे ट्रैक पर आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस ने इन यात्रियों को कुचल दिया।

13 यात्रियों की जान गई, 10 घायल

जलगांव के कलेक्टर कार्यालय के अनुसार, हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें 9 पुरुष और 3 महिलाएं शामिल हैं। मृतकों में से 7 की पहचान हो चुकी है, जबकि 6 की पहचान अभी बाकी है। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।

शार्प टर्न बना हादसे का कारण

सेंट्रल रेलवे के भुसावल डिवीजन के अधिकारियों ने बताया कि हादसा एक शार्प टर्न के पास हुआ, जहां यात्रियों को दूसरे ट्रैक पर आने वाली कर्नाटक एक्सप्रेस की भनक नहीं लगी। यही वजह रही कि बड़ी संख्या में यात्री ट्रेन की चपेट में आ गए।

अधिकारियों का बयान

सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ स्वप्निल निला ने जानकारी दी कि घटनास्थल मुंबई से करीब 400 किलोमीटर दूर है। मृतकों के शव जलगांव के सरकारी अस्पताल में लाए गए हैं। रेलवे प्रशासन और स्थानीय प्रशासन हादसे की जांच में जुट गए हैं।

आग की अफवाह ने मचाई अफरा-तफरी

प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की झूठी खबर फैलने से यात्रियों में दहशत फैल गई। किसी यात्री ने ट्रेन रुकवाने के लिए चेन खींच दी। इससे ट्रेन रुक तो गई, लेकिन यात्री ट्रैक पर कूद गए। इस दौरान दूसरे ट्रैक से गुजर रही कर्नाटक एक्सप्रेस ने कई लोगों को अपनी चपेट में ले लिया।

रेलवे प्रशासन ने जांच के आदेश दिए

रेलवे प्रशासन ने घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही यात्रियों को सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है। स्थानीय प्रशासन ने मृतकों के परिजनों और घायलों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।

यह हादसा एक बार फिर रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। प्रशासन को ऐसी घटनाओं से सबक लेते हुए यात्रियों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।