वडोदरा शहर में आज सुबह चार बजे से मूसलाधार बारिश हो रही है। बारिश अभी भी जारी है, जिसके कारण कई निचले इलाकों में पानी भर गया है। इसके चलते स्थानीय निवासियों और वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
आपको बता दें कि सोमवार शाम को वडोदरा में तूफान ने भारी तबाही मचाई थी। इस दौरान तीन लोगों की मौत हो गई थी और पेड़ व होर्डिंग गिरने से कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। यह स्थिति अभी पूरी तरह से सामान्य नहीं हुई थी कि आज सुबह से ही वडोदरा शहर में बारिश शुरू हो गई। इसके कारण कई निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। मामूली बारिश में जगह-जगह पानी भरने से नगर निगम की प्री-मानसून तैयारियों पर सवाल उठ रहे हैं।
बारिश के पानी में डूबे वाहन
वर्तमान में शहर के हाथीखाना रामदेवपीर की चाल के पास बारिश के पानी में लोगों के वाहन डूबे हुए हैं, जिसके वीडियो सामने आए हैं। ऐसे दृश्य शहर के कई अन्य स्थानों पर भी देखने को मिल रहे हैं। एक तरफ वडोदरा शहर में बाढ़ को रोकने के लिए नगर निगम विश्वामित्री नदी को गहरा और चौड़ा करने की बातें कर रहा है, तो दूसरी तरफ मामूली बारिश में ही वडोदरा के पानी में डूब जाने से प्रशासन की योजनाओं पर भी सवाल उठ रहे हैं।
वैशाख में बना आषाढ़ जैसा माहौल
इसके अलावा, मकरपुरा एयरफोर्स के पीछे वचकुंठधाम सोसाइटी के मुख्य रास्ते और उसके आसपास की सोसाइटियों के निचले इलाकों में भी पानी भर गया है। वाघोडिया रोड गुरुकुल चार रास्ता के पास स्थित आदित्य हाइट्स के एक निवासी ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा कर थोड़ी सी बारिश में ही पानी भरने की स्थिति की जानकारी दी और प्रशासनिक तंत्र से मदद की अपील की है। फतेहगंज इलाके में ड्रेनेज के चल रहे काम में गड्ढे पड़ने के कारण कुछ वाहन भी फंस गए थे। ऐसे दृश्य शहर के कई स्थानों पर देखने को मिले। फतेहगंज इलाके में ड्रेनेज के अधूरे भरे गए गड्ढों में पानी भर गया था, तभी एक वाहन चालक फोर व्हीलर चला रहा था और उसे भरे हुए बारिश के पानी वाला गड्ढा दिखाई नहीं दिया। परिणामस्वरूप, मोटर कार का अगला हिस्सा गड्ढे में घुस गया। हालांकि, दुर्घटना में सौभाग्य से चालक को कोई चोट या जानहानि नहीं हुई। भारी बारिश में आसपास के लोग मदद के लिए दौड़े और धक्का मारकर कार को बाहर निकालने में मदद की। हालांकि, इस इलाके में कुछ जगहों पर ड्रेनेज का काम पूरा होने के बावजूद प्रशासन ने ऐसे गड्ढों को ठीक से भरने में लापरवाही बरती थी। प्रशासन ने सिर्फ सड़क पर बैरिकेड लगाकर संतोष कर लिया था।
लगातार दो दिनों की बारिश ने वडोदरा के जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और सड़कों पर जलभराव के कारण यातायात भी प्रभावित हुआ है। नगर निगम को अपनी प्री-मानसून तैयारियों की समीक्षा करने और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि भविष्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो।

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