आज अनंत चतुर्दशी के पावन अवसर पर वडोदरा में गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन धूमधाम से हो रहा है। 10 दिनों की पूजा-अर्चना के बाद भक्त आज अपने प्रिय गणपति बप्पा को विदा कर रहे हैं। वडोदरा शहर में इस अवसर पर सुरक्षा को लेकर विशेष पुलिस बंदोबस्त किया गया है, जहां हर कोने पर पुलिस की सतर्क निगरानी रखी जा रही है। पुलिस कमिश्नर नरसिंहा कोमार ने सुरक्षा व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी और खुद व्यवस्था का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंचे।
ड्रोन से निगरानी और कृत्रिम तालाबों की व्यवस्था
वडोदरा पुलिस और म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने मिलकर विसर्जन के लिए शहर के कई हिस्सों में कृत्रिम तालाबों का निर्माण किया है ताकि गणेश प्रतिमाओं का पर्यावरण के अनुकूल विसर्जन हो सके। नवलखी मैदान में सबसे बड़ा कृत्रिम तालाब तैयार किया गया है, जहां सुबह से ही छोटी प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हो चुका है। पुलिस बंदोबस्त को और सख्त बनाने के लिए संवेदनशील इलाकों में ड्रोन कैमरों से नजर रखी जा रही है।
पुलिस की मुस्तैदी और शांतिपूर्ण आयोजन
पुलिस कमिश्नर नरसिंहा कोमार ने बताया कि विसर्जन के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए हर संभव तैयारी की गई है। शहर के सभी प्रमुख मार्गों और विसर्जन स्थलों पर पुलिस की मौजूदगी है, ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके। वडोदरा के नवलखी मैदान में पुलिस और कॉर्पोरेशन के संयुक्त प्रयासों से विसर्जन का कार्य बेहद सुचारू रूप से संपन्न हो रहा है।
समुदाय का सहयोग और भक्तों की आस्था
गणेश उत्सव के इस अंतिम दिन पर भक्तों में बप्पा के प्रति असीम श्रद्धा और उत्साह देखने को मिला। हर किसी ने अपने आराध्य देवता को भावभीनी विदाई दी और अगले साल फिर से आने का निमंत्रण दिया।
वडोदरा में गणेश विसर्जन का यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि पुलिस और प्रशासन की बेहतरीन योजना और तैयारियों का भी उदाहरण है। खासतौर से जिस तरह से पर्यावरण की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए कृत्रिम तालाबों का निर्माण किया गया है, वह सराहनीय कदम है। ड्रोन जैसी आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाना भी अन्य शहरों के लिए एक प्रेरणा हो सकती है। इस तरह के आयोजनों में प्रशासन और जनता के बीच का तालमेल, शहर की समृद्धि और शांति के लिए बेहद जरूरी है।
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