Pregnancy Planning: जब परिवार में किसी नन्हें मेहमान की एंट्री होती है तो घर के लोग बहुत उत्साहित हो जाते हैं। खासकर मां जिसे नौ महीने तक प्रेग्नेंसी में अपना काफी ख्यान रखने की जरूरत होती है। यदि आप भविष्य में बच्चे की योजना बना रहे हैं और गर्भधारण करने का प्रयास कर रहे हैं, तो प्रयास शुरू करने से पहले, अपने शरीर के स्वास्थ्य और भ्रूण के स्वस्थ रहने के लिए कुछ नियमों का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है। अगर आप कुछ नियमों का पालन करेंगे तो गर्भ में पल रहा बच्चा भी भविष्य में स्वस्थ रहेगा।
आप भी प्रेग्नेंसी प्लानिंग कर रहे हैं तो इसे सामान्य न समझे। बदलाव के ये नौ महीने केवल शरीर को ही नहीं बदलते, इसके लिए मानसिक तौर से भी कई तरह की तैयारियां करनी जरूरी होती है। तो चलिए जानते हैं कि प्रेग्नेंसी प्लानिंग से पहले किस तरह की बातों को ध्यान में रखने की जरूरत है।
- यदि आप बेबी प्लान कर रहे हैं तो डॉक्टर आपके आहार में उच्च प्रोटीन की मात्रा बढ़ाने का सुझाव देते हैं। इसके लिए अंकुरित मूंग, सोयाबीन, पनीर, दाल, बीन्स, अंडे की सफेदी, मछली और चिकन खाने का प्रयास करें। इस बैलेंस डाइट से दंपत्ति को प्राकृतिक रूप से सभी जरूरी विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स भी मिलेंगे।
- बच्चे की योजना बना रहे दंपत्तियों को रोजाना सूखे मेवे खाने चाहिए, क्योंकि ये एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। इससे शरीर में प्रतिक्रियाशील ऑक्सीजन प्रजाति के रसायनों की मात्रा कम हो जाती है। यह रसायन शुक्राणु को बांध कर उसे ख़राब कर देता है। एंटीऑक्सीडेंट शरीर में प्रतिक्रियाशील ऑक्सीजन प्रजातियों के रसायनों की मात्रा को कम करते हैं।
- ताजी सब्जियां और फल प्रजनन क्षमता बढ़ाने में बहुत महत्वपूर्ण हैं। खट्टे फलों, सब्जियों और हरी पत्तेदार सब्जियों में फोलिक एसिड होता है, जो प्रजनन क्षमता बढ़ाता है और बच्चे के विकास में सुधार करता है। इन सभी चीजों का सेवन करने से तनाव दूर रहता है जो गर्भधारण के लिए जरूरी माना जाता है।
- जो लोग बांझपन की समस्या से जूझ रहे हैं उन्हें वजन घटाने की सलाह दी जाती है। अपने वजन का 5 प्रतिशत भी कम करने से ओव्यूलेशन चक्र में मदद मिल सकती है। डॉक्टरों का कहना है कि प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए तीन बार अलग-अलग भोजन करने की बजाय 5 से 6 बार थोड़ा-थोड़ा भोजन करना चाहिए।
- डाइट में कुछ जरूरी चीजों को शामिल करने के साथ-साथ कुछ चीजों से दूरी बनाए रखना भी जरूरी है। लाल मांस, तैलीय भोजन, मक्खन, तले हुए और वसायुक्त, घी जैसे उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले खाद्य पदार्थों से दूर रहें। मैदा और सफेद चीनी का सेवन बिल्कुल न करें।
- इसके अलावा दंपत्ति को रोजाना 30 से 45 मिनट तक व्यायाम करना चाहिए। खूब पानी पिएं और यदि आपके शरीर में विटामिन डी की कमी है, तो अपने डॉक्टर द्वारा बताए गए पोषक तत्वों की पूर्ति करें।
हमें उम्मीद है कि आज का ये ब्लॉग आपको पसंद आया होगा। यदि आपको इससे जुड़े और कोई जानकारी चाहिए तो हमें कमंड कर जरूर बताएं।
More Stories
स्टेज 4 के कैंसर से 40 दिन में लौटी नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी, जानें कौन सा था वो राम बाण इलाज
उपचुनाव 2024: 50 सीटों पर उलटफेर, भाजपा और ममता बनर्जी ने किया अपना दबदबा साबित, विपक्षी दलों को लगे जोरदार झटके
गुजरात में भाजपा की बड़ी वापसी: वाव सीट पर स्वरूपजी ठाकोर की ऐतिहासिक जीत