1 अक्टूबर 2024 से कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं जो आम नागरिकों की आर्थिक स्थिति पर सीधा प्रभाव डाल सकते हैं। इनमें से कुछ बदलावों ने पहले से ही वित्तीय हलचलों को जन्म दिया है। आइए जानते हैं इस महीने के छह प्रमुख बदलावों के बारे में:
1. कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमतें
कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत में 48 रुपए की वृद्धि हुई है, जिससे दिल्ली में यह अब 1,740 रुपए का हो गया है। अन्य शहरों में भी इसके दाम बढ़े हैं, जैसे कोलकाता में यह 1,850.50 रुपए और मुंबई में 1,692.50 रुपए पर पहुंच गया है। घरेलू सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है, जिससे घरेलू उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत मिली है।
2. हवाई सफर के लिए राहत
एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) की कीमतों में कमी के चलते हवाई सफर सस्ता हो सकता है। दिल्ली में ATF की कीमत अब 87,597.22 रुपए प्रति किलोलीटर हो गई है। यह बदलाव यात्री विमानन कंपनियों की लागत को कम करेगा, जो यात्रियों के लिए टिकटों को सस्ता करने में मदद करेगा।
3. PPF और सुकन्या समृद्धि योजना में बदलाव
नए नियमों के अनुसार, नाबालिगों के PPF खाते पर 18 साल की उम्र तक पोस्ट ऑफिस की ब्याज दर लागू होगी। वहीं, सुकन्या समृद्धि योजना के तहत अब केवल कानूनी अभिभावक ही खातों को खोल और चला सकेंगे, जो एक महत्वपूर्ण बदलाव है।
4. पैन कार्ड के लिए नए नियम
अब से पैन कार्ड बनवाने या आयकर भरने के लिए आधार नंबर की जगह आधार नामांकन आईडी का उपयोग नहीं किया जा सकेगा। यह कदम पैन कार्ड के दुरुपयोग को रोकने के लिए उठाया गया है और यह सुनिश्चित करेगा कि लोग एक से अधिक पैन कार्ड न बनाएं।
5. ट्रांजैक्शन फीस में कमी
एनएसई और बीएसई ने कैश और फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस ट्रेड के लिए ट्रांजैक्शन फीस में बदलाव किया है। अब कैश मार्केट के लिए फीस 2.97 रुपए प्रति लाख ट्रेडेड वैल्यू है, जो ट्रेडर्स के लिए राहत का कारण बनेगा।
6. पेट्रोल-डीजल की कीमतें स्थिर
दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 87.62 रुपए प्रति लीटर पर बनी हुई है। यह स्थिरता उपभोक्ताओं के लिए थोड़ी राहत लाती है, खासकर जब अन्य क्षेत्रों में मूल्य वृद्धि हो रही है।
अक्टूबर में आए ये बदलाव आम नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण हैं। जबकि कुछ बदलाव राहत प्रदान कर रहे हैं, जैसे हवाई सफर में संभावित कमी, वहीं कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि चिंता का विषय है। हमें इन बदलावों के प्रति सजग रहना होगा और अपनी वित्तीय योजनाओं में आवश्यक समायोजन करने होंगे।
आपका क्या विचार है? क्या आप समझते हैं कि ये बदलाव आपकी रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करेंगे?
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