22 Mar. Vadodara: एंटीलिया केस के बीच भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख का NCP चीफ शरद पवार ने खुलेआम बचाव किया है। पवार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, ‘हमें ऐसा लगता है कि यह सारी चीजें परमबीर सिंह (पूर्व पुलिस कमिश्नर) ने इसलिए बोलीं हैं, क्योंकि उनका ट्रांसफर कर दिया गया है।’
पवार ने एक डॉक्यूमेंट दिखाते हुए कहा कि अनिल देशमुख 6 फरवरी से 15 फरवरी तक नागपुर के एक मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती थे। 16 फरवरी से 27 फरवरी तक वे होम क्वॉरेंटाइन यानी नागपुर में ही थे। जबकि परमबीर सिंह ने जो पत्र लिखा था उसमें यह दावा किया गया कि फरवरी मध्य में सचिन वझे और अनिल देशमुख के बीच उनके मुंबई स्थित ज्ञानेश्वर बंगले पर मीटिंग हुई थी। इसी के आधार पर पवार ने देशमुख के इस्तीफे की भाजपा की मांग भी खारिज कर दी।
दूसरी तरफ, पवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद महाराष्ट्र के नेता विपक्ष और पूर्व CM देवेन्द्र फडणवीस ने पलटवार किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर परमबीर सिंह की चिट्ठी के कुछ सबूत शेयर करते हुए लिखा, ‘लगता है शरद पवार जी ने परमबीर सिंह की चिट्ठी के बारे में सही तरीके से ब्रीफ नहीं किया। इस चिट्ठी में दिए गए सबूतों से पता चलता है कि मीटिंग की तारीख फरवरी के आखिर में बताई गई है।’ फडणवीस ने सवाल उठाते हुए पूछा कि अब बताएं मुद्दे को कौन भटका रहा है?
पवार ने कहा कि परमबीर सिंह ने जो आरोप लगाए हैं वे गलत साबित हो रहे हैं। जब देशमुख मुंबई में थे ही नहीं तो परमबीर के आरोपों का कोई मतलब ही नहीं है। पवार ने यह भी कहा कि उन्हें ATS पर पूरा भरोसा है। जो भी सच्चाई होगी, जांच में सामने आ जाएगी।
बता दें कि परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र सरकार को चिट्ठी लिखकर देशमुख पर मुंबई पुलिस के सस्पेंड पुलिसकर्मी सचिन वझे को 100 करोड़ रुपए वसूली का टारगेट देने का आरोप लगाया है। वहीं वझे, मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक रखवाने के मामले में फंसे हैं। उनके खिलाफ ATS जांच कर रही है। इस बीच ATS चीफ जयजीत सिंह अनिल देशमुख से मिलने उनके घर पर पहुंचे हैं।
जावडेकर ने तंज कस्ते हुए कहा- महाराष्ट्र को MVA सरकार से खतरा
इस पूरे मामले में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने उद्धव सरकार पर तंज कसा और सोशल मीडिया पर लिखा है कि कांग्रेस, एनसीपी और शिव सेना ने कहा है कि महाराष्ट्र में सरकार को खतरा नहीं है, पर महाराष्ट्र को MVA (महाविकास अघाड़ी) सरकार से खतरा है। उधर, महाराष्ट्र भाजपा का डेलिगेशन मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर 24 मार्च को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करेगा।
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