CATEGORIES

December 2024
M T W T F S S
 1
2345678
9101112131415
16171819202122
23242526272829
3031  
Monday, December 23   4:52:36
pravasi-bhartiya-diwas

दुनिया सिर्फ भारत की वैक्सीन का इंतजार नहीं कर रही, हमारे वैक्सीनेशन प्रोग्राम पर भी उनकी नजर: प्रधानमंत्री

9 Jan. Vadodara: शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन की शुरुआत की। अपने सम्बोधन में कोरोना के दौर का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘भारतीयों ने कोरोना जैसे मुश्किल दौर में जो सेवाभाव दिखाया, उस पर गर्व होता है। आज टी से लेकर टेक्सटाइल और थैरेपी तक दुनिया में भारत के प्रयासों की गूंज है।’

‘दुनियाभर से साथियों ने भारत को जानिए ट्वीट कॉम्पिटीशन में हिस्सा लिया है’, ये बताता है कि भारत से जुड़ाव बढ़ रहा है। कॉम्पिटीशन में हिस्सा लेने वालों से मैं अपील करता हूं कि अगली बार और लोगों को जोड़ें। भारत में कभी पढ़ाई करने वाले भी इससे जुड़ें। भारत को जानने के लिए टेक्नोलॉजी ड्रिवन बहुत जरूरी है। विदेश में बसे भारत के लोगों ने जिस तरह अपना कर्तव्य निभाया, वो तारीफ के काबिल हैं। सूरीनाम के राष्ट्रपति संतोखी जी इस सेवाभाव का उदाहरण हैं।

डटकर मुकाबला करते हैं

मोदी ने आगे अपने सम्बोधन में कहा, “सूरीनाम के राष्ट्रपति ने जैसा भारत के प्रति स्नेह का भाव दिखाया, वो प्रेरणा देता है। हमें भारत में उनका स्वागत करने का मौका मिलेगा, ऐसी आशा करता हूं। प्रवासी भारतीयों ने बीते समय में पहचान को मजबूत किया है। बीते समय में कई हेड ऑफ स्टेट्स से बात हुई। उन लोगों ने कठिन समय में किस तरह सेवाभाव बनाए रखा, इससे गर्व होता है। आपके संस्कार हर कोने में उजागर हो रहे हैं। जहां आप रह रहे हैं, वहां और भारत में भी कोरोना से लड़ाई में सहयोग दिया है, वो भारत के हेल्थ का इन्फ्रस्ट्रक्चर को मजबूत करने में काम आ रहा है। संत तिरुवल्लुवर ने तमिल में कहा था कि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ भूमि वो है जो विरोधियों से भी बुराई नहीं करती और सबकी भलाई के लिए काम करती है। शांति का समय हो या संकट का, भारतीयों ने सबका डटकर मुकाबला किया है।”

ऐसे वक़्त में भारत ने अपनी क्षमताएं दिखाइ

सम्बोधन में कोरोना के दौर का जिक्र करते हुए पीएम ने आगे कहा, “भारत आज करप्शन को खत्म करने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है। पैसे आज सीधे लाभार्थी के खाते में पहुंच रहे हैं। टेक्नोलॉजी से गरीब को एम्पावर की चर्चा पूरे विश्व में हैं। पहले आशंकाएं जताई गई थीं कि भारत अलग-अलग होने के चलते आजाद नहीं हो सकता, लेकिन ये गलत साबित हुआ। आजादी के बाद ये कहा गया कि यहां डेमोक्रेसी नहीं हो सकती। ये भी गलत साबित हुआ।”

“दशकों तक ये नरेटिव भी चला कि भारत अशिक्षित है। आज स्पेस के क्षेत्र में हमने नई ऊंचाइयां हासिल की हैं। महामारी के दौरान भारत ने अपनी क्षमताएं दिखा दी हैं। जिस तरह देश दुनिया में खड़ा हुआ, उसकी मिसाल नहीं हैं। पीपीई किट, टेस्टिंग किट भारत बाहर से मंगाता था, आज हम इसे एक्सपोर्ट कर रहे हैं। हमारे यहां कोरोना का फैटेलिटी रेट सबसे कम है। हम दो-दो वैक्सीन ला रहे हैं। दुनिया आज भारत की वैक्सीन का इंतजार नहीं कर रही, उनकी हमारे वैक्सीनेशन प्रोग्राम पर भी नजर है।”

मेक इन इंडिया प्रोग्राम का जिक्र करते हुए कहा…

मेक इन इंडिया प्रोग्राम का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, “करोड़ों भारतीयों के परिश्रम से जो प्रोडक्ट्स भारत में बनेंगे, जो सॉल्यूशन भारत में तैयार होंगे, उनसे पूरी दुनिया का लाभ होगा। Y2K बग के समय भारत ने कैसे दुनिया को मुक्त किया था, ये सबने देखा था। आज दुनिया को भारत पर भरोसा है तो इसमें प्रवासी भारतीयों का भी बड़ा योगदान है।”

“आप जहां भी गए, भारतीयता को साथ लेकर गए। आप भारतीयता से लोगों को जगाते रहे। फूड, फैशन, फैमिली वैल्यू का प्रसार किया। मेरा मानना है कि भारत का कल्चर दुनिया में लोकप्रिय हुआ जो मैगजीन से ज्यादा आपके व्यवहार से संभव हुआ। भारत ने कभी दुनिया में कुछ थोपने की कुछ कोशिश की है और ना ही ऐसा सोचा। आज जब भारत आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, तो इसमें आपका रोल भी अहम है। जब आप मेड इन इंडिया प्रोडक्ट्स यूज करेंगे तो आपके आसपास के लोगों में भी इन प्रोडक्ट्स पर भरोसा बढ़ेगा।”

सोशल मीडिया पर शुक्रवार को इसकी जानकारी देते हुए लिखा था कि, ‘यह हमारे प्रवासियों के साथ बातचीत करने का शानदार मौका है।’ इस सम्मेलन का आयोजन विदेश मंत्रालय करवाता है, जिसका मकसद विदेशों में बसे भारतीयों से जुड़ना और उन्हें अपनी बात रखने का मंच देना है।

इस बार सम्मेलन का विषय आत्मनिर्भर भारत में योगदान रखा गया। इसके दो सत्र होंगे, जिसमें पहले सत्र में विदेश और वित्त मंत्री अपनी बात रखेंगे। और दूसरे सत्र में हेल्थ मिनिस्टर और विदेश राज्य मंत्री कोरोना के दौरान उपजी चुनौतियों पर बात करेंगे। इनमें स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था, सोशल एंड इंटरनेशनल रिलेशंस के मुद्दे शामिल होंगे, जिसके बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का भाषण होगा। इस दौरान 2020-21 के लिए प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार के नामों की भी घोषणा की जाएगी।