विश्वप्रसिद्ध बौद्धिक मैगजीन The Readers Digest आर्थिक बोझ के कारण बंद करने का निर्णय यू के रीडर्स डाइजेस्ट के संचालक ईवा मेकेविके लिनेडिने ने लिया है। मई 2024 के आखरी अंक के साथ इस मेगेजिन ने 86 वर्ष के लंबे सफर के साथ अंतिम बिदाई ली।इसके साथ शैक्षणिक ज्ञान युग समाप्त हुआ।
स्वास्थ्य,सत्य घटनाओं,फैक्ट्स,ओपिनियन,फिक्शन के विविध आर्टिकल्स द रीडर्स डाइजेस्ट की खास पहचान थे।रीडर्स डाइजेस्ट पढ़ने वाले लोगो को बौद्धिक माना जाता रहा है।आपके घर में रीडर्स डाइजेस्ट का होना गर्व की बात रही है।लेकिन आर्थिक तंगी के कारण यूके रीडर्स डाइजेस्ट के मुख्य संचालक ईवा मेकेविके लिकेडिन ने इसे बंद करने का निर्णय लिया है।इस फैसले से 500 कर्मचारी प्रभावित हुए है।इसे बंद करने पर एक वीडियो बनाकर शोक भी मनाया गया।
अमेरिकन पारिवारिक रीडर्स डाइजेस्ट की स्थापना डेविट वालेस ने की। 1922 में इसका पहला अंक प्रकाशित हुआ। यह अमेरिका में प्रतिवर्ष 10 बार प्रकाशित किया जाता रहा।
भारत में जनवरी 1955 को थरूर परमेश्वरन जो की परम के नाम से जाने जाते थे, उन्हें जब तत्कालीन बॉम्बे के रीडर्स डाइजेस्ट का कार्यालय खोलने कहा गया । उस समय रीडर डाइजेस्ट के पढ़ने वालों की संख्या 60,000थी। उस दौर में थरूर परमेश्वरन रीडर्स डाइजेस्ट इंडिया के पहले प्रबंध निदेशक बने।और भारत में इसके पाठकों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती रही। रीडर डाइजेस्ट 70 देशों में,21 भाषाओं में, 40 मिलियन लोग पढ़ते थे। यह विश्व की सबसे लार्जेस्ट मैगजीन कही जाती रही है 1922 से 1964 तक लीला बेल वालेस और डेविट वालेस एडिटर इन चीफ रहे। द रीडर्स डाइजेस्ट मेगेजिन में स्वास्थ्य, सत्य घटनाएं, ओपिनियन, फैक्ट्स, और फिक्शन के करीब 30 आर्टिकल्स छपते थे। वर्ष 2002 से 2006 तक स्कूलों में इस मैगजीन द्वारा वोकैबलरी कंपटीशन भी किए गए। यह विश्व की बेस्ट सेलर मैगजीन मानी गई है। इस पत्रिका के,सन 1929 में 2,90,000 सब्सक्राइबर्स थे, और तब 9 लाख डॉलर की इस मैगजीन की आय थी। वर्ष 2021 से रीडर्स डाइजेस्ट के एडिटर इन चीफ थे, जेसन बहरमेस्टर।
आर्थिक दबाव और आज के समय की पत्रिका प्रकाशन शैली के चलते 86 साल बाद 3 मई 2024 के रोज़ इस मैगजीन को मई के आखिरी प्रकाशन के साथ बंद करने का फैसला लिया गया।
द रीडर्स डाइजेस्ट के बंद होने से कई पाठक शॉक में है।अब वे स्वच्छ ,ज्ञान सभर लेख नही पढ़ पायेंगे।इसके साथ एक शैक्षणिक ज्ञान सभर युग का अंत हो गया। 86 साल के बेहतरीन सफर के बाद रीडर्स डाइजेस्ट ने अंतिम विदाई ली।
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