पाकिस्तान में ऐसी कई चीजें है जो आज हम सब के लिए एक रहस्य बनी हुई हैं। इसने में एक है हुंजा वैली जिसे कुछ लोग स्वर्ग का टुकड़ा भी करते हैं। ऐसा इसवजह क्योंकि यहां की महिलाओं की गिनती दुनियां की सबसे खूबसूरत महिलाओं में की जाती है। यहां की खास बात ये है कि ये महिलाएं 80 साल की उम्र में भी जवान नजर आती है। इतना ही नहीं 60 साल की उम्र में यहां की महिलाएं मां बन सकती हैं। क्या हुआ पढ़कर आश्चर्य हो रहा होगा न इतना ही नहीं ये घाटी एक रहस्यमयी घाटी है यहां ऐसे ही कई बड़े-बड़े रहस्य छिपे हुए है। तो चलिए आपको कराते हैं पाकिस्तान के स्वर्ग हुंजा वैली का रहस्यमयी सफर-
हुंजा वैली, जिसे बाल्टिस्तान भी कहा जाता है, पाकिस्तान के गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में स्थित एक सुंदर घाटी है। यह अपनी लुभावनी प्राकृतिक सुंदरता, प्राचीन संस्कृति, और स्वस्थ जीवनशैली के लिए बेहद प्रचलिता है। हुंजा वैली 10,000 फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित है और हिमालय और कारकोरम पर्वत श्रृंखलाओं से घिरी हुई है। यह घाटी अपने ऊंचे पहाड़ों, विशाल ग्लेशियरों, शानदार झीलों, और हरी-भरी घाटियों के लिए प्रसिद्ध है। हुंजा वैली के लोग बाल्टी भाषा बोलते हैं और उनकी अपनी अनूठी संस्कृति है। वे अपनी मेहमाननवाज़ी और उदारता के लिए जाने जाते हैं।
हुंजा वैली ब्लू जोन में आती है। दुनिया में ऐसी कुछ जगहें हैं जहां लोग आम दुनिया में रहने वाले लोगों की तुलना में ज्यादा जिंदा रहते हैं। ऐसे इलाकों को ब्लू जोन कहा जाता है। यहां के लोग अपनी लंबी उम्र के लिए भी प्रसिद्ध हैं। यहां के लोग 100 से ज्यादा साल तक जीने के लिए जाने जाते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि इसकी वजह यहां की स्वच्छ हवा, स्वस्थ भोजन, और सक्रिय जीवनशैली है।
हुंजा वैली का इतिहास
इस कम्युनिटी के लोगों को बुरुशों भी करते हैं। कहा जाता है कि ये कम्युनिटी अलेक्जेंडर द ग्रेट की सेना के वंशज हैं। जो 4थी सदी में यहां आए थे। ये कम्युनिटी पूरी तरह मुस्लिम है। इनकी सारी एक्टिविटीज मुस्लमानों जैसी ही है। ये पाकिस्तान की बाकी कम्युनिटीयों से कहीं ज्यादा शिक्षित हैं। हुंजा घाटी में इनकी पॉपुलेशन लगभग 87 हजार है।
यहां के लोगों की लाइफस्टाइल इनके लंबे जीवन का रहस्य है। ये लोग सुबह 5 बजे उठ जाते हैं। कई मीलों का सफर पैदल ही करत हैं। यहां के लोग दिन में दो बार ही खाना खाते हैं। पहली बार दिन में 12 बजे और फिर रात को। इनका खाना पूरी तरह नेचुरल रहता है। इसमें किसी प्रकार का कैमिकल नहीं मिलाया जाता। ये खास तौर पर जौ, बाजरा, कुट्टू और गेहूं खाते हैं। इनके अलावा आलू, मटर, गाजर, शलजम, दूध, ड्राय फ्रूट्स जैसी चीजें भी ये बहुत खाते हैं। ये कम्युनिटी मांस बहुत कम खाती है। किसी खास मौके पर ही मांस पकता है, लेकिन उसमें भी पीस बहुत छोटे-छोटे होते हैं। इस तरह की लाइफ स्टाइल की वजह से इन्हें कैंसर जैसी बीमारी कभी नहीं होती।
हुंजा वैली उन लोगों के लिए एक आदर्श स्थान है जो प्रकृति के करीब रहना चाहते हैं और एक शांत और शांतिपूर्ण जीवन का अनुभव करना चाहते हैं।
हुंजा वैली एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यहां आने वाले पर्यटक विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं, जैसे कि:
ट्रेकिंग
पर्वतारोहण
स्कीइंग
राफ्टिंग
पैराग्लाइडिंग
यदि आप कभी पाकिस्तान जाते हैं, तो हुंजा वैली को अपनी यात्रा में शामिल करना न भूलें। यह एक ऐसा स्थान है जो आपको निराश नहीं करेगा।
More Stories
स्टेज 4 के कैंसर से 40 दिन में लौटी नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी, जानें कौन सा था वो राम बाण इलाज
उपचुनाव 2024: 50 सीटों पर उलटफेर, भाजपा और ममता बनर्जी ने किया अपना दबदबा साबित, विपक्षी दलों को लगे जोरदार झटके
गुजरात में भाजपा की बड़ी वापसी: वाव सीट पर स्वरूपजी ठाकोर की ऐतिहासिक जीत