लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों में उत्तर प्रदेश ने पूरे देश को चौंका दिया। 2019 के चुनाव में 64 सीटें जीतने वाली भाजपा इस बार अपनी झोली में बस 37 सीटें ही आ पाई। इतना ही नहीं यहां कुछ केंद्रीय मंत्री भी पीछे रह गए जिसमें सबसे पहले नाम सामने स्मृति ईरानी का नाम आया था। वे कॉउंटिंग के पहले से ही गांधी परिवार के पीए यानी किशोरी लाल शर्मा से पीछे चल रही थी। भले ही स्मृति ईरानी को अमेठी में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने संकेत दिया कि वह अमेठी नहीं छोड़ेंगी और काम करती रहेंगी। नतीजों के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने विजेता किशोरी लाल शर्मा को बधाई दी और अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में भी बात की।
अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में स्मृति ईरानी ने कुछ ऐसा किया जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह भविष्य में भी जुड़े रहेंगे तो उन्होंने कहा, “बहनों से रिश्ता तब टूटता है, जब अर्थी उठती है” – स्मृति ईरानीस्मृति ईरानी के इस बयान की खूब चर्चा हो रही है।
पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों का आभार
इससे पहले स्मृति ईरानी ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मैं उन सभी बीजेपी पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों का आभार व्यक्त करती हूं। जिन्होंने पूरे समर्पण और निष्ठा से निर्वाचन क्षेत्र और पार्टी की सेवा में काम किया है। आज मैं पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ का आभारी हूं कि उनकी सरकार ने 30 साल का बैकलॉग सिर्फ 5 साल में पूरा कर लिया। मैं विजेता को बधाई देती हूं। मैं अमेठी के लोगों की सेवा में रहूंगा।’ हम संगठन को और मजबूत करेंगे।’
डेढ़ लाख से ज्यादा वोटों से हार
2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने कभी कांग्रेस का गढ़ रही अमेठी लोकसभा सीट पर कांग्रेस के राहुल गांधी को हराकर बड़ा उलटफेर किया। इस बार कांग्रेस ने इस सीट पर राहुल गांधी की जगह किशोरी लाल शर्मा को मैदान में उतारा। स्मृति ईरानी कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा को चुनौती नहीं दे पाईं और 166022 वोटों से हार गईं।
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