13 Jan. Vaccine: सरकार ने संकेत दिया कि कोरोना वैक्सीन हासिल करने वाले व्यक्ति के पास भारत में आपातकालीन इस्तेमाल के लिए हाल ही में मंजूरी दी गई दो वैक्सीन में से चुनने का विकल्प नहीं होगा। पत्रकार परिषद् में एक सवाल का जवाब देते हुए, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि, ‘दुनिया में बहुत सी जगहों पर एक से ज्यादा वैक्सीन लगाई जा रही है, लेकिन वर्तमान में किसी भी देश में वैक्सीन प्राप्त करने वाले व्यक्ति के पास शॉट को चुनने का ऑप्शन नहीं है।’
दो वैक्सीन को मिली आपातकालीन वैक्सीन, सीरम इंस्टिट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन है। भूषण ने कहा, ‘कोविड-19 वैक्सीन की दो डोज के बीच 28 दिन का अंतर होगा और उसका असर केवल 14 दिन के बाद ही दिख सकेगा। उन्होंने कहा कि इसलिए वे लोगों से कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार का पालन करने के लिए अपील की है।’
भारत 16 जनवरी से अपने कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत करेगा जिसमें करीब तीन करोड़ स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्राथमिकता दी जाएगी। भूषण ने कहा कि, ‘अब तक ऑर्डर की गई कोविड-19 वैक्सीन डोज के पूरे स्टॉक में से 54.72 लाख तय किए गए राष्ट्रीय और राज्य स्तर के वैक्सीन स्टोर्स पर मंगलवार दोपहर तक पहुंच गई हैं। कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान शनिवार से शुरू होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी ऑर्डर- सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से कोविशील्ड की 1.1 करोड़ डोज और भारत बायोटेक से कोवैक्सीन की 55 लाख डोज 14 जनवरी तक पहुंच जाएंगी।’
मंगलवार को हेल्थ मिनिस्ट्री ने यह भी कहा कि चार और कोविड-19 वैक्सीन पर नजर है और निर्माता आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण के लिए ड्रग कंट्रोलर से संपर्क कर सकते हैं। राजेश भूषण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘Zydus Cadila, Sputnik-V, Biological-E और Gennova अन्य वैक्सीन हैं, जो पाइपलाइन में हैं। अभी ये भारत में एडवांस्ड क्लीनिकल ट्रायल में हैं।’
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