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उत्तरायण में सुरक्षा के लिए तंत्र सज्ज: 108 की 43 एंबुलेंस और 218 कर्मचारी तैनात रहेंगे, जानें क्या करना चाहिए और क्या नहीं

वडोदरा: मकर संक्रांति के पर्व के दौरान पंगत के डोरी से गला कटने के कई मामले सामने आए हैं, जिसके चलते प्रशासन ने उत्तरायण में सुरक्षा को लेकर सख्त उपाय किए हैं। अब वडोदरा में अंबुलेंस की 43 गाड़ियाँ और 218 कर्मचारी आपातकालीन सेवाओं के लिए तैनात रहेंगे। इस विशेष अभियान के तहत, करुणा अभियान द्वारा सात टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है, जो घायल पक्षियों और अन्य दुर्घटनाओं के लिए तत्पर रहेंगी।

सात टीमों की तैनाती

उत्तरायण पर्व की तैयारियों के बीच पंतग उड़ाने का सिलसिला तेज हो चुका है। लेकिन इस दौरान जानवरों और पक्षियों को नुकसान न हो, इसके लिए करुणा अभियान की सात टीमें 10 दिनों तक स्टैंडबाय पर रहेंगी। इन एंबुलेंसों में एक ड्राइवर और एक पशु चिकित्सा डॉक्टर मौजूद रहेगा।

उत्तरायणमें होने वाली घटनाएँ

उत्तरायण के दिन सड़क हादसे, मारपीट, और गिरने की घटनाएँ आम होती हैं। पिछले तीन सालों के आंकड़ों के अनुसार, 108 की टीम को उत्तरायण के दिन 250 से 260 मामलों का सामना करना पड़ता है। दूसरे दिन यानी वासी उत्तरायण में यह संख्या 260 से 270 तक पहुँच जाती है। इन आपातकालीन घटनाओं से निपटने के लिए 108 की 43 गाड़ियाँ और 218 कर्मचारी 24 घंटे तत्पर रहेंगे।

अबसंतिव पशुओं के लिए करुणा अभियान

उत्तरायण के दौरान पक्षियों के घायल होने की घटनाएँ भी बढ़ जाती हैं। इससे निपटने के लिए करुणा अभियान द्वारा 1962 हेल्पलाइन के तहत विशेष कार्यवाही की जाती है। इन घटनाओं के दौरान घायल पक्षियों को प्राथमिक उपचार प्रदान किया जाएगा और फिर उन्हें शहर के विभिन्न उपचार केंद्रों में भेजा जाएगा। इसके अलावा, वन विभाग भी इस अभियान में सहयोग करेगा।

क्या करें:
– छत से पतंग गिराने या बिजली के तारों तक पहुंचने पर तुरंत 108 से संपर्क करें।
– घायल पक्षी मिलने पर उसे सुरक्षित स्थान पर रखकर 1962 पर कॉल करें।
– आसपास दिखने वाली फालतू डोरी को इकट्ठा करके नष्ट करें।
– टू-व्हीलर पर यात्रा करने से बचें और इमरजेंसी स्थिति में गले पर मफलर बांधकर सुरक्षा तार लगाएं।

क्या न करें:
– सुबह 9:00 बजे से पहले और शाम 5:00 बजे के बाद पतंग उड़ाने से बचें।
– प्रतिबंधित चीनी मांजा या चीनी तुकल का उपयोग न करें।
– बिजली के तारों से दूर पतंग उड़ाएं और फंसी हुई पतंग या डोरी को निकालने का प्रयास न करें।
– घायल पक्षी की डोरी को जबरदस्ती न निकालें ताकि रक्तस्राव न बढ़े।
– पटाखे और जोर से म्यूजिक बजाने से बचें।

करुणा एंबुलेंस की तैनाती स्थल:
– पंढ़्या ब्रिज
– भूतड़ी जाप
– सोमातलाव
– गोत्री तालाव
– करपुरा
– सुरसागर तालाव
– काल दर्शन चौराहा

उत्तरायण के पर्व के दौरान अधिकतम पक्षियों को बचाने के लिए वडोदरा प्रशासन और विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा विशेष अभियान चलाया जाएगा।