कोरोना महामारी के दौरान निजी अस्पतालों में हुई आगजनी की घटनाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त टिप्पणी की है। कोर्ट ने एक सुनवाई के दौरान कहा है कि अस्पताल अब एक ऐसे बड़े उद्योग में बदल गए हैं जो कि इंसान की जान की कीमतों पर चल रहे हैं। इनमें मानवता खत्म हो गई है। तीन-चार कमरों में चलने वाले ऐसे अस्पतालों को बंद कर देना चाहिए।जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ एवं जस्टिस एमआर शाह की बेंच ने कहा कि ‘अस्पताल अब एक बड़े उद्योग में बदल गए हैं,जो लोगों के दुख-दर्द पर चल रहे हैं। हम इन्हें इंसानी जान की कीमत पर समृद्ध होने की अनुमति नहीं दे सकते। ऐसे अस्पताल बंद किए जाएं और सरकार को स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने दिया जाए।’
More Stories
मां बनी भगवान: बेटे को किडनी देकर नई जिंदगी दी, वडोदरा के रामपुरा गांव की कहानी
कंगना रनोट ने किया ऐलान अब नहीं बनाएंगी राजनीतिक फिल्में, ‘इमरजेंसी’ के दौरान आई मुश्किलों का किया खुलासा
HMPV वायरस से घबराएं नहीं, महामारी का खतरा नहीं, WHO के पूर्व भारतीय वैज्ञानिक का बड़ा बयान