भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर वजन घटने की खबरों पर पहली बार प्रतिक्रिया दी है। सुनीता विलियम्स के वजन को लेकर बहस तब शुरू हुई जब उनके पतले फिगर की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आईं। इन तस्वीरों में वह पहले की तुलना में काफी कमजोर और पतली नजर आ रही थीं, जिससे यह चिंता तेजी से बढ़ने लगी कि उनका वजन कम हो रहा है। अब नासा के एक अंतरिक्ष यात्री ने पहली बार इस खबर पर अपनी चुप्पी तोड़ी है।
अपने वजन कम होने की चिंताओं के बीच सुनीता विलियम्स ने नासा को एक इंटरव्यू दिया है, जिसमें उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि मेरा शरीर थोड़ा बदल गया है, लेकिन मेरा वजन अभी भी उतना ही है।’ सुनीता विलियम्स उसी साल 8 दिन के मिशन पर अंतरिक्ष में गईं, लेकिन 150 दिनों के बाद वापस नहीं लौटीं।
यहां बहुत सारे बदलाव हो रहे हैं…
सुनीता विलियम्स ने कहा, ‘यहां (अंतरिक्ष स्टेशन पर) बहुत सारे बदलाव हो रहे हैं। यह दिलचस्प है, मुझे लगता है, कुछ अफवाहें हैं कि मैं अपना वजन कम कर रहr हूं वगैरह। लेकिन असल में मेरा वज़न उतना ही है जितना पहले था. हम वजन करते हैं, हमारे पास स्प्रिंग मास है… बुच और मेरा वजन उतना ही है जितना हमने यहां आने पर किया था।’
कैसे फंसे?
सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर एक मिशन पर निकले। उनका मिशन दस दिनों तक चलने वाला था, लेकिन उनके बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में तकनीकी समस्या आ गई। अंतरिक्ष यान से हीलियम का रिसाव हो रहा था और थ्रस्टर विफल हो गया। नासा को लगा कि स्टारलाइनर को चालक दल के बिना उतारना अधिक सुरक्षित है, इसलिए उन्हें अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर रुकना पड़ा।
स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन को सुनीता विलियम्स को वापस लाने के लिए भेजा गया है, लेकिन फरवरी 2025 से पहले लौटने की संभावना नहीं है। यानी सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर का 8 दिन का मिशन अब 8 महीने के लिए बढ़ा दिया गया है.
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