4 Mar. Vadodara: व्यापार में ऐसा घाटा हुआ कि एक ही परिवार के छह लोगों ने कोल्ड्रिंक के साथ कीटनाशक पीकर अपनी जान देने का फैसला कर लिया। तीन की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि तीन की हालत अब भी गंभीर है। मामला गुजरात के वडोदरा शहर का है। 3 मृतकों का दोपहर में दाहसंस्कार कर दिया गया है। मृतकों में घर के बुजुर्ग नरेंद्र सोनी, 18 वर्षीय रिया सोनी और 4 साल का बच्चा पार्थ शामिल था। मृतदेहों को देख वहां मौजूद हर किसी की आँख नम हो गयी।
परिवार इस कदर कर्ज़े में डूबा हुआ था कि घर के मुखिया का सब कुछ बिक चुका था। उन्होंने आखिरी में पेट पालने के लिए पहले अपनी मोपेड और फिर पोती की साइकिल तक 500 रुपए में बेचनी पड़ गयी थी।
सभी उम्मीदें टूटने के बाद, परिवार ने बुधवार को एकसाथ जान देने का फैसला कर लिया। बता दें कि नरेंद्र की पत्नी दीप्ती, बेटा भाविन और बहू उर्वशी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया है।
जो कहानी अब तक सामने आई है उसके मुताबिक, नरेंद्र सोनी इमिटेशन ज्वेलरी का व्यापार करते थे। कुछ सालों से लगातार घाटा होता गया, तो प्लास्टिक का सामान बेचने लगे। फिर घाटा हुआ तो व्यापार में पूरी जमा पूंजी लगा दी। आखिर में लाखों रुपए का कर्ज लेना पड़ गया। इसका ब्याज चुकाने के लिए घर तक बेचना पड़ गया।
पड़ोसियों से भी लिया क़र्ज़
पड़ोसियों ने बताया कि नरेंद्र सोनी पहले स्वाति सोसायटी में 8 नंबर मकान के मालिक थे। उन्होंने करीब दो साल पहले यह मकान बेच दिया था और पड़ोस के मकान में किराए से रहने लगे थे। मकान बेचने से जो 25 लाख रुपए मिले थे, उसमें से ज्यादातर रकम ब्याज चुकाने में खर्च हो गए थे।
थोड़ा पैसा बचा था, जिससे लॉकडाउन से लेकर अब तक का गुज़ारा चल रहा था। उन्होंने कुछ दिन पड़ोसियों से उधार लेकर अपना गुजारा निकाला। नरेंद्र का बेटा भाविन कम्प्यूटर रिपेयरिंग का व्यवसाय करता था, लेकिन इतनी कमाई नहीं होती थी कि पुरे परिवार का खर्च निकाला जा सके।
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