हाल ही में, भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर में जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक और भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादी मसूद अज़हर के परिवार के सदस्यों को भारी नुकसान पहुंचने की खबर है। सूत्रों के अनुसार, इस ऑपरेशन में मसूद अज़हर के परिवार के 14 लोग मारे गए हैं। इसके अतिरिक्त, मसूद अज़हर का आतंकवादी भाई रऊफ असगर भी गंभीर रूप से घायल बताया जा रहा है।
मृतकों की सूची में मसूद अज़हर का भाई और भारत का वांछित आतंकवादी रऊफ असगर का बेटा हुज़ैफ़ा भी शामिल है। खबरों में यह भी कहा गया है कि रऊफ असगर के भाई की पत्नी की भी इस कार्रवाई में मौत हुई है। स्वयं मसूद अज़हर ने इस घटना की पुष्टि की है।
जैश-ए-मोहम्मद की ओर से जारी एक बयान में मसूद अज़हर ने कहा है, “मेरे परिवार के 10 सदस्य इस हवाई हमले में मारे गए हैं। मेरे भाई, बहन, पत्नी, पुत्र की मृत्यु हो गई है। चार अन्य लोग भी मारे गए हैं, जो हमारे करीबी थे। काश, इस हमले में मैं भी मर गया होता।”
एक अन्य जानकारी के अनुसार, मसूद अज़हर की बड़ी बहन के साथ कशफ के पूरे परिवार का सफाया हो गया है। रऊफ असगर स्वयं और उसके पोते-पोतियां, बहन सादिया का पति और सबसे बड़ी बेटी के चार बच्चे घायल हैं। रऊफ असगर के बेटे हुज़ैफ़ा और भाई की पत्नी की मौत की पुष्टि हुई है।
कौन है मसूद अज़हर?
मसूद अज़हर जैश-ए-मोहम्मद का संस्थापक और एक कुख्यात आतंकवादी है। उसे भारत में अतीत में हुए कई बड़े आतंकवादी हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता है। 1999 में इंडियन एयरलाइंस के विमान का अपहरण हुआ था, जिसमें उसकी गिरफ्तारी हुई थी, लेकिन आतंकवादियों द्वारा विमान यात्रियों की रिहाई के बदले उसे छोड़ दिया गया था। इसके बाद से वह पाकिस्तान में छिपकर बड़े आतंकवादी हमलों की साजिश रचता रहा है और आतंक फैलाता रहा है। उसके नेतृत्व में जैश-ए-मोहम्मद ने 2001 में भारतीय संसद पर हमला किया था। इसके अलावा, 2000 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा पर हमला, 2016 में पठानकोट एयरबेस पर हमला और 2019 में पुलवामा आत्मघाती हमला जैसे कई बड़े आतंकी हमले भी इसी संगठन द्वारा किए गए हैं।
यह भी खबरें आई थीं कि भारत की एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान बैकफुट पर आ गया था और उसके रक्षा मंत्री ने कहा था कि वे कोई जवाबी कार्रवाई नहीं करेंगे।
मसूद अज़हर के ठिकानों पर हमला
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने मसूद अज़हर के आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमला किया। इस कार्रवाई में बहावलपुर में स्थित उसकी मदरसा और जैश का मुख्यालय पूरी तरह से तबाह हो गया है। यह हमला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का जवाब था, जिसमें आतंकवादियों ने 26 निर्दोष लोगों की जान ले ली थी।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council) ने 2019 में मसूद अज़हर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया था। वह अफगानिस्तान और पाकिस्तान में आतंकवादियों को प्रशिक्षण देता रहा है और अपने संगठन का विस्तार करने के लिए नई मदरसों की स्थापना कर रहा है।

More Stories
J&K के पुंछ में पाकिस्तानी गोलीबारी का कहर ; 15 नागरिकों की मौत, 43 घायल, ऑपरेशन सिंदूर ने बढ़ाया तनाव
कल आने वाला है 10th का रिजल्ट, इस व्हाट्सएप नंबर पर भी जान सकतें हैं परिणाम
ऑपरेशन सिंदूर: 18 एयरपोर्ट बंद, 430 उड़ानें रद्द, पाकिस्तान से मुकाबले के लिए भारत की पूरी तैयारी