चुनाव किसी भी देश के लिए बहुत ज़रूरी होते हैं। और वोट डालने के लिए इस्तेमाल होने वाली मशीन यानी EVM (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) पर भरोसा होना चाहिए। लेकिन अब कुछ बड़े लोगों ने EVM पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
अमेरिका की एक जानी-मानी नेता तुलसी गैबार्ड ने कहा है कि EVM में गड़बड़ी हो सकती है और इसे हैक किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि इसके सबूत उनके पास हैं। उनका कहना है कि अब हमें फिर से बैलेट पेपर से वोटिंग करनी चाहिए।
खास बात ये है कि एलन मस्क, जो दुनिया के बड़े टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट माने जाते हैं, उन्होंने भी पहले EVM को लेकर चिंता जताई थी।
भारत में अब ये बहस शुरू हो गई है कि क्या हमें EVM को छोड़ देना चाहिए। एक चर्चा में प्रोफेसर मुकेश कुमार, अरुण अग्रवाल, महमूद प्राचा और माधव देशपांडे ने मिलकर इस पर बात की। उन्होंने कहा कि EVM पर दोबारा सोचना चाहिए और जरूरी हुआ तो सुप्रीम कोर्ट को भी इस पर ध्यान देना चाहिए।
अब सवाल ये है कि क्या EVM से वोटिंग करना सुरक्षित है? या फिर पुराने समय की तरह फिर से बैलेट पेपर से वोट डालना चाहिए?क्या डिजिटल जमाने में बैलेट पेपर सही तरीका होगा?

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