CATEGORIES

November 2024
M T W T F S S
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930  
Thursday, November 7   4:33:17
sharad pawar

वोटिंग से पहले शरद पवार का राजनीति से संन्यास का संकेत, कांग्रेस-उद्धव का खेल खत्म?

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राज्य की राजनीति में हलचल बढ़ गई है। ऐसे में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के संस्थापक और महाराष्ट्र की राजनीति के दिग्गज नेता शरद पवार ने चुनावी राजनीति से संन्यास लेने के संकेत देकर एक बड़ा ऐलान किया है। 84 वर्षीय शरद पवार ने यह स्पष्ट किया है कि अब वे किसी भी चुनावी दौड़ में हिस्सा नहीं लेंगे, लेकिन संगठन के कामों में सक्रिय रहेंगे।

“कहीं तो रुकना ही पड़ेगा” — शरद पवार

बारामती में एक कार्यक्रम के दौरान शरद पवार ने कहा, “कहीं तो रुकना ही पड़ेगा। मुझे अब चुनाव नहीं लड़ना है। अब नए लोगों को आगे आना चाहिए। मैंने अभी तक 14 बार चुनाव लड़ा है। अब मुझे सत्ता नहीं चाहिए। मैं समाज के लिए काम करना चाहता हूं।” यह बयान शरद पवार के राजनीतिक सफर का एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जो न केवल उनके समर्थकों के लिए बल्कि पूरे महाराष्ट्र की राजनीति के लिए भी विशेष महत्व रखता है।

हालांकि शरद पवार ने यह भी साफ किया कि वे NCP के संगठनात्मक कार्यों में पूरी तरह सक्रिय रहेंगे। वे पार्टी के मुखिया के रूप में काम करते रहेंगे और युवा नेताओं को आगे लाने के लिए मार्गदर्शन देंगे। उनके इस निर्णय से साफ है कि वे भले ही चुनावी राजनीति से दूर हो रहे हैं, लेकिन पार्टी में उनकी भूमिका अभी भी निर्णायक बनी रहेगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि पवार किस तरह से युवा नेतृत्व को आगे लाकर पार्टी को नई दिशा देते हैं।

14 बार चुनाव लड़ चुके हैं शरद पवार

शरद पवार का राजनीतिक करियर बेहद लंबा और प्रभावशाली रहा है। उन्होंने अब तक 14 बार चुनाव लड़ा है और कई बार सत्ता की महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाली हैं। उनकी रणनीतिक सूझबूझ और राजनीतिक अनुभव ने उन्हें एक अलग पहचान दी है। पवार ने न केवल महाराष्ट्र की राजनीति में बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी अहम भूमिका निभाई है।

अपने भाषण में शरद पवार ने राज्यसभा में जाने की संभावना पर भी विचार करने की बात कही। उन्होंने कहा कि वे भविष्य में निर्णय लेंगे कि उन्हें राज्यसभा में जाना चाहिए या नहीं। यह बयान संकेत देता है कि भले ही वे चुनावी राजनीति से दूर हो रहे हों, लेकिन वे राजनीतिक रूप से पूरी तरह निष्क्रिय नहीं होंगे। उनका उद्देश्य समाज के लिए काम करना और युवाओं को नेतृत्व प्रदान करना है।

शरद पवार के इस फैसले से NCP में युवा और नए नेताओं को आगे आने का अवसर मिलेगा। यह पार्टी के भविष्य की दिशा तय करने के लिहाज से महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। पवार ने पहले भी कई मौकों पर युवाओं को राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया है, और अब उनके इस निर्णय से पार्टी में नई ऊर्जा का संचार हो सकता है।

महाराष्ट्र की राजनीति में असर

शरद पवार के चुनावी राजनीति से हटने का महाराष्ट्र की राजनीति पर गहरा असर पड़ेगा। वे महाराष्ट्र में एक प्रभावशाली नेता रहे हैं, जिनकी राजनीतिक पकड़ और रणनीतियां आज भी अद्वितीय मानी जाती हैं। चुनावी राजनीति से उनकी दूरी भाजपा, शिवसेना, और कांग्रेस जैसी पार्टियों के लिए भी एक नया समीकरण बन सकती है।

पवार ने यह भी कहा कि उनका उद्देश्य अब समाज के लिए कार्य करना है। उन्होंने यह निर्णय ऐसे समय में लिया है, जब महाराष्ट्र में राजनीतिक समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। शरद पवार का यह संकल्प न केवल उनकी राजनीतिक यात्रा का नया अध्याय है, बल्कि समाज में उनके योगदान को लेकर भी उम्मीदें जगाता है।

शरद पवार का यह फैसला राजनीति में उनके अमिट योगदान को सम्मानित करता है और साथ ही यह भी दर्शाता है कि उनका मार्गदर्शन पार्टी और समाज के लिए हमेशा उपलब्ध रहेगा। उनका अनुभव और मार्गदर्शन नए नेताओं को प्रेरित करेगा और NCP को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में सहायक साबित होगा।