16 Mar. Maharashtra: एंटीलिया केस में असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वझे की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र की राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। सरकार के प्रमुख सहयोगी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीच करीब 1 घंटे तक बातचीत हुई।
यह माना जा रहा है कि एंटीलिया केस में वझे के नाम आने और राज्य सरकार की ओर से उनका बचाव करने को लेकर शरद पवार नाराज बताए जा रहे हैं। स्पीच गृह मंत्री अनिल देशमुख को हटाने की भी अटकलें सामने आ रहे हैं। वहीं भाजपा नेता नितेश राणे और वझे और शिवसेना की यूथ विंग युवा
पवार से मिलने के कुछ देर बाद मुख्यमंत्री ठाकरे ने क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट कमिश्नर मिलिंद भारंबे को अपने आधिकारिक निवास यानी वर्षा बंगले पर बुलाया था। दोनों के बीच करीब 1 घंटे तक मुलाकात चली। माना जा रहा है की मिलिंद ने वझे मामले से जुड़ी सभी जानकारी मुख्यमंत्री को दी है। मिलिंद से मुलाकात के बाद मुंबई के संयुक्त आयुक्त विश्वास नांगरे पाटील को मुख्यमंत्री ने वर्षा बंगले पर बुलाया।
वहीं पवार और ठाकरे की मुलाकात जैसे ही खत्म हुई, इसके कुछ ही देर में वझे को सस्पेंड करने की खबर सामने आयी। इससे पहले 16 साल सस्पेंड रहने के बाद जून 2020 में वझे को फिर से बहाल किया गया था।
वझे के साथ ही गृह मंत्री अनिल देशमुख को भी उनके पद से हटाने की चर्चा हुई थी। हालांकि, NCP के प्रदेश अध्यक्ष और जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि इस मामले में गृह मंत्री के इस्तीफे की कोई आवश्यकता नहीं है। वे सही से इस मामले को देख रहे हैं।
इस बीच भाजपा नेता नीतेश राणे ने आरोप लगाया है कि मुंबई के कुछ बुकी भी सचिन वझे के संपर्क में थे। ये बुकी IPL शुरू होने के पहले वझे से संपर्क में थे। बुकी को धमकी दी जाती थी कि यदि उन्होंने पैसा नहीं दिया तो उन्हें गिरफ्तार कर उनके सट्टा गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया जाएगा। नितेश राणे ने यह भी आरोप लगाया कि युवा सेना से जुड़े एक नेता वरुण सरदेसाई और सचिन वझे का आपस में कनेक्शन है। दोनों IPL में एक बुकी से फिरौती मांगने के मामले में जुड़े रहे हैं। राणे ने यह भी कहा कि, NIA को वझे और सरदेसाई के कॉल डिटेल की जांच करनी चाहिए।
भाजपा के प्रवक्ता और विधायक राम कदम ने सचिन वझे के नार्को टेस्ट की मांग की है और कहा है कि इस गिरफ्तारी से महाविकास अघाड़ी में दरार पड़ गई है। राम कदम ने सवाल करते हुए कहा कि, आखिर शिवसेना क्यों एक साधारण पुलिस अधिकारी को बचाने के पीछे लगी हुई है। उन्होंने आगे कहा कि ऐसे कौन-से राज हैं जो शिवसेना सामने नहीं आना देना चाहती है। राम कदम ने कहा कि नार्को टेस्ट से दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।
NIA की जांच पर सवाल उठाते हुए मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा,’राज्य में एक सक्षम तंत्र है, फिर एनआईए की आवश्यकता क्यों है? केंद्र सरकार ने इस काम को एनआईए को सौंप दिया है। ऐसा लग रहा है कि केंद्र सरकार राज्य के काम में हस्तक्षेप कर रही है।’
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