CATEGORIES

February 2025
M T W T F S S
 12
3456789
10111213141516
17181920212223
2425262728  
Saturday, February 22   9:51:20

महाकुंभ के नाम पर शर्मनाक खेल: टेलीग्राम पर बेचे जा रहे महिलाओं के नहाने के वीडियो

  • महाकुंभ, जो आध्यात्मिकता और श्रद्धा का पर्व है, आज डिजिटल अपराधियों के लिए गंदे मुनाफे का अड्डा बन चुका है। महिलाओं की आस्था और मर्यादा को ताक पर रखकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उनकी नहाते हुए तस्वीरें और वीडियो बेचे जा रहे हैं। सबसे अधिक चिंता की बात यह है कि टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर बाकायदा रेटकार्ड जारी कर दिए गए हैं और इन्हें अश्लील कंटेंट की तरह बेचा जा रहा है।

सोशल मीडिया पर बेशर्मी की हदें पार

महाकुंभ में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए उमड़ रहे हैं, लेकिन कुछ लोग इसी धार्मिक आयोजन को अश्लीलता का बाजार बनाने में जुटे हैं। सोशल मीडिया पर ‘#mahakumbh2025’, ‘#gangasnan’ और ‘#prayagrajkumbh’ जैसे हैशटैग्स के साथ महिलाओं के स्नान के वीडियो धड़ल्ले से शेयर किए जा रहे हैं। इन वीडियोज़ में महिलाओं के निजी अंगों को जानबूझकर हाईलाइट किया गया है, ताकि इन्हें एक खास मकसद से वायरल किया जा सके।

हैरानी की बात यह है कि इनमें से कई तस्वीरें और वीडियो पुराने हैं, जिनका प्रयागराज या कुंभ से कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन, धोखाधड़ी और सनसनीखेज कंटेंट के लालच में इन्हें कुंभ के नाम पर परोसा जा रहा है।

टेलीग्राम पर खुलेआम बिक रहे वीडियो

टेलीग्राम इस गंदे खेल का सबसे बड़ा अड्डा बन गया है। “गंगा रिवर ओपन बाथिंग ग्रुप”, “हिडन बाथ वीडियोज ग्रुप” और “ओपन बाथ वीडियोज ग्रुप” जैसे नामों से कई चैनल्स चल रहे हैं, जहां महिलाओं के नहाने के वीडियो बेचने के लिए बाकायदा पैसे मांगे जा रहे हैं। इन ग्रुप्स के एडमिन खुलेआम कहते हैं – पैसे दो और हमारे प्राइवेट ग्रुप में जुड़कर ऐसे वीडियो देखो।

12 से 18 फरवरी के बीच “ओपन बाथिंग” शब्द को सर्च करने वालों की संख्या में भारी उछालगई है दर्ज की , जो बताता है कि यह गंदा ट्रेंड कितना तेजी से फैल रहा है।

महिलाओं की निजता पर सबसे बड़ा हमला

सोचिए, एक महिला श्रद्धा और भक्ति भाव से गंगा स्नान करने गई हो और उसे यह पता चले कि किसी ने चोरी-छिपे उसका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर डाल दिया, तो उस पर क्या गुज़रेगी? यह सिर्फ निजता का उल्लंघन नहीं, बल्कि महिला अस्मिता पर सीधा हमला है।

इस घिनौनी हरकत का सबसे शर्मनाक पहलू यह है कि यह सिर्फ गुप्त रूप से नहीं हो रहा, बल्कि इसे एक व्यवस्थित धंधे का रूप दिया जा रहा है।

सरकार और प्रशासन की चुप्पी क्यों?

महाकुंभ में 50 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु आ चुके हैं और हर दिन लाखों लोग यहां पहुंच रहे हैं। लेकिन, यह सवाल उठता है कि इतनी बड़ी संख्या में मौजूद पुलिस और प्रशासन ऐसे अपराधियों पर शिकंजा क्यों नहीं कस पा रही? हर हाथ में मोबाइल है, लेकिन क्या महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कोई ठोस कदम उठाए जा रहे हैं?

कठोर कार्रवाई की जरूरत

सरकार को चाहिए कि वह तुरंत कार्रवाई करे और ऐसे टेलीग्राम ग्रुप्स को बंद करवाकर इनके संचालकों को गिरफ्तार करे।

  • सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को जवाबदेह बनाया जाए और उन पर सख्त नियम लागू किए जाएं।
  • ऐसे मामलों में दोषियों पर आईटी एक्ट और महिलाओं के यौन उत्पीड़न से जुड़े सख्त कानूनों के तहत केस दर्ज किया जाए।
  • कुंभ जैसे आयोजनों में महिला सुरक्षा के लिए स्मार्ट सर्विलांस सिस्टम लगाया जाए, ताकि ऐसी हरकतों को तुरंत रोका जा सके।

हम चुप नहीं रह सकते!

यह सिर्फ महिलाओं का नहीं, पूरे समाज का अपमान है। महाकुंभ जैसी आध्यात्मिक परंपरा को गंदगी में बदलने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। यह समय है कि हर नागरिक, खासकर महिलाएं, इस मुद्दे पर खुलकर आवाज उठाएं और प्रशासन को मजबूर करें कि वह जिम्मेदारी ले।

महाकुंभ को अश्लीलता और डिजिटल अपराध का अड्डा बनने से रोकना ही सच्ची आस्था की रक्षा होगी