गुजरात के मेहसाणा जिले में एक महत्वपूर्ण छापेमारी में नकली खाद और घी का जाल सामने आया है, जिसने स्थानीय प्रशासन को चिंतित कर दिया है। कड़ी जीआईडीसी में स्थित हरिओम प्रोडक्ट्स राजरत्न इस्टेट के गोदाम पर हुई इस छापेमारी में करीब 1000 बोरी नीम कोटेड खाद बरामद की गई, जो भारतीय जन उर्वरक परियोजना का हिस्सा है।
यह छापेमारी एलसीबी (लोकेल क्राइम ब्रांच) के अधिकारियों द्वारा की गई, जो पहले से ही नकली घी के कारोबार की जानकारी जुटा रहे थे। जांच के दौरान, उन्हें संदिग्ध घी का एक बड़ा जत्था भी मिला, जिसमें पाम तेल और विदेशी वसा की बड़ी मात्रा पाई गई। अनुमान के अनुसार, इस घी की कीमत लगभग 1 करोड़ 24 लाख रुपये है।
फूड अधिकारी विजय चौधरी और उनकी टीम ने इस अवैध कारोबार को उजागर करते हुए गोदाम मालिक के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह मामला केवल खाद और घी के नकली कारोबार का नहीं है, बल्कि यह हमें यह भी सोचने पर मजबूर करता है कि हमारे स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
इस प्रकार की घटनाएं हमें यह याद दिलाती हैं कि हमें अपने खाद्य उत्पादों के स्रोतों के प्रति सतर्क रहना चाहिए। नकली खाद और घी का उपयोग न केवल कृषि उत्पादों की गुणवत्ता को प्रभावित करता है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।सरकार को इस तरह के मामलों में कठोर कार्रवाई करनी चाहिए और जनता को जागरूक करने के लिए अभियान चलाना चाहिए।
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