फुटबॉल की दुनिया में इस बार एक नया नाम चमका है। स्पेन और मैनचेस्टर सिटी के मिडफील्डर रोड्रिगो हर्नांडेज़, जिन्हें फैंस रोड्री के नाम से भी जानते हैं, ने 2024 का प्रतिष्ठित बैलन डी’ओर अवॉर्ड जीत लिया है। इस बार न तो लियोनेल मेसी और न ही क्रिस्टियानो रोनाल्डो इस खिताब के दावेदारों में शामिल थे, बल्कि रोड्री ने रियल मैड्रिड के उभरते सितारे विनीसियस जूनियर और जूड बेलिंगहैम को पीछे छोड़ते हुए यह खिताब अपने नाम किया।
इटाना बोनमती ने महिला बैलन डी’ओर पर किया कब्जा
महिला फुटबॉल में बार्सिलोना की स्टार खिलाड़ी इटाना बोनमती ने लगातार दूसरी बार बैलन डी’ओर का खिताब अपने नाम किया। उन्होंने बार्सिलोना के लिगा एफ और चैंपियंस लीग खिताब जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बोनमती का लगातार बेहतरीन प्रदर्शन उन्हें महिला फुटबॉल की दुनिया में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर चुका है।
रोड्री का शानदार करियर ग्राफ
रोड्री के लिए वर्ष 2023-24 उनके करियर का सबसे सफल साल रहा है। इस दौरान उन्होंने मैनचेस्टर सिटी के साथ लगातार चौथा प्रीमियर लीग खिताब जीता और स्पेन के लिए यूरो 2024 ट्रॉफी भी हासिल की। यूरो कप 2024 में स्पेन को विजेता बनाने में उनका योगदान अहम रहा। हालांकि फाइनल में वे आधे समय के बाद बेंच पर रहे, लेकिन जर्मनी में आयोजित इस टूर्नामेंट में उन्हें सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का सम्मान दिया गया।
रोड्री का बेहतरीन प्रदर्शन उनके लिए गर्व का कारण बना। पिछले साल उन्होंने क्लब और देश के लिए कुल 74 मैच खेले और कोई हार नहीं देखी।
परिवार का समर्थन और प्रेमिका लौरा का आभार
रोड्री ने बैलन डी’ओर पुरस्कार जीतने के बाद अपने परिवार और प्रेमिका लौरा का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मेरे पास धन्यवाद देने के लिए बहुत सी चीजें हैं। सबसे पहले मैं फ्रांस फुटबॉल और यूईएफए को धन्यवाद देना चाहूंगा। मेरे परिवार ने मुझे जीवन के सही रास्ते पर चलना सिखाया और मुझे वह व्यक्ति बनने में मदद की, जो मैं आज हूं।”
स्पेन के तीसरे बैलन डी’ओर विजेता
रोड्री ने यह उपलब्धि हासिल कर इतिहास रच दिया है। वह बैलन डी’ओर जीतने वाले स्पेन के तीसरे फुटबॉलर बन गए हैं। उनसे पहले यह सम्मान अल्फ्रेडो डि स्टेफ़ानो (1957 और 1959) और लुइस सुआरेज़ (1960) ने हासिल किया था।
रोड्री की यह उपलब्धि न केवल उनके करियर का मील का पत्थर है, बल्कि स्पेन के फुटबॉल प्रेमियों के लिए गर्व का क्षण भी है। फुटबॉल प्रेमियों के लिए यह पल बेहद खास है कि न तो मेसी और न ही रोनाल्डो इस वर्ष नामांकित हुए, और एक नए चेहरे ने फुटबॉल के सबसे बड़े पुरस्कार पर कब्जा कर लिया।
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