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वडोदरा डिवीजन के 18 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास: यात्रा अनुभव में बदलाव की नई दिशा!

 पश्चिम रेलवे (WR) ने वडोदरा डिवीजन के 18 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं और बेहतर सेवाओं का प्रावधान करना है। इस परियोजना का उद्देश्य यात्रा अनुभव को बढ़ाना और रेलवे संचालन को अधिक प्रभावी बनाना है।

डाकोर, प्रतापनगर और गोदरा स्टेशनों का उन्नयन कार्य पहले से ही प्रगति पर है। प्रतापनगर स्टेशन का पुनर्विकास परियोजना, जिसका अनुमानित लागत 43 करोड़ रुपये है, में एक नया स्टेशन भवन, पर्याप्त पार्किंग स्थल और एक समर्पित ऑटो पार्किंग क्षेत्र स्थापित किया जाएगा। इस स्टेशन में मुख्य प्रवेश द्वार पर एक पोर्च होगा, जिसमें विशेष प्रवेश और निकासी द्वार होंगे, साथ ही यात्रियों की सुविधा के लिए 12 मीटर चौड़ा फुट ओवरब्रिज (FOB) भी बनाया जाएगा।

इन  स्टेशनों को दृष्टिहीन और शारीरिक रूप से अक्षम यात्रियों की सहायता के लिए टैक्टाइल पैविंग से सज्जित किया जाएगा। यात्रियों के आगमन और प्रस्थान के बिंदुओं पर टकराव और अवरोधों को कम करने के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में यात्रियों और वाहनों की आवाजाही को सुसंगत बनाया जाएगा।

प्रतापनगर स्टेशन के पुनर्विकास का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इसकी क्षमता को बढ़ाया जाएगा, ताकि बढ़ती जनसंख्या की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके। इसमें अलग-अलग प्रतीक्षा क्षेत्रों, अधिक बुकिंग काउंटरों और भविष्य के वाणिज्यिक विकास के लिए स्थान शामिल हैं। स्टेशन के चारों ओर हरे भरे क्षेत्र विकसित किए जाएंगे और पार्किंग स्थलों में इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग पॉइंट भी प्रदान किए जाएंगे।

इसी तरह, डाकोर स्टेशन को 6 करोड़ रुपये की लागत से ‘अमृत स्टेशन’ के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसमें आधुनिक प्रतीक्षालय, विश्राम कक्ष, बेहतर शौचालय और पेयजल की सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा, गोदरा स्टेशन पर 6.18 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से एक और प्रवेश द्वार का विकास किया जा रहा है, जिसमें अधिक ट्रेनों को संभालने के लिए प्लेटफार्मों का उन्नयन और एस्केलेटर की व्यवस्था की जाएगी।

इन विकास कार्यों का उद्देश्य निश्चित रूप से यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाना है। यह पहल न केवल रेलवे नेटवर्क की दक्षता को बढ़ाएगी, बल्कि वडोदरा क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को भी सुगम बनाएगी। हालांकि, यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि ये सभी परियोजनाएं समय पर पूरी हों और उनकी गुणवत्ता पर कोई समझौता न किया जाए।वडोदरा डिवीजन का यह पुनर्विकास यात्रियों की ज़रूरतों को प्राथमिकता देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, और हमें उम्मीद है कि यह न केवल वर्तमान बल्कि भविष्य की आवश्यकताओं को भी पूरा करेगा।