विनेश फोगाट के ओलंपिक से अयोग्य साबित होने के बाद आज राज्यसभा में आज जोरदार हंगामा खड़ा हो गया। नेता प्रतिपक्ष खड़गे ने इस मुद्दे को राज्यसभा में उठाने की कोशिश की, लेकिन राज्यसभा अध्यक्ष ने इसकी इजाजत नहीं दी। TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने आवाज उठाने की कोशिश की तो सभापति ने चेतावनी दे दी।
राज्यसभा अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने डेरेक ओ’ब्रायन को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने यही हरकत दोहराई तो उन्हें राज्यसभा से बाहर निकाल दिया जाएगा। इसके बाद कांग्रेस-टीएमसी और विपक्ष की अन्य पार्टियों के सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
विपक्ष से नाराज धनखड़ ने क्या कहा
विपक्ष से नाराज धनखड़ ने कहा कि इस वक्त सदन यहां देश की सत्ताधारी पार्टी के अध्यक्ष को देख रहा है। मैं यह भी देखता हूं कि हाल के दिनों में शब्दों, पत्रों, समाचार पत्रों के माध्यम से मुझे किस तरह चुनौती दी जा रही है। मैंने देखा है कि कितने गलत कमेंट्स किये गये। यह सीधे तौर पर मुझे चुनौती नहीं है बल्कि आप अध्यक्ष पद को चुनौती दे रहे हैं।’ यह चुनौती इसलिए दी जा रही है क्योंकि इन लोगों (विपक्ष) को लगता है कि राज्यसभा के पद पर बैठा यह व्यक्ति इस पर बैठने के लायक नहीं है।
कुर्सी छोड़ने से पहले क्या बोले धनखड़?
राज्यसभा अध्यक्ष धनखड़ ने सांसदों की ओर इशारा करते हुए कहा कि उन्हें सदन की गरिमा कम नहीं करनी चाहिए। अमर्यादित आचरण न अपनायें। धनखड़ ने जयराम रमेश की बांह पकड़ते हुए कहा कि मैं आपकी आदत जानता हूं, हंसिए मत, कुछ सांसद गलत टिप्पणी करते हैं। इस सदन में मुझे उतना समर्थन नहीं मिला, जितना मिलना चाहिए था। अब मेरे पास एक ही विकल्प है। आज मैंने जो देखा, जिस तरह से सदस्यों ने व्यवहार किया, उससे मुझे लगता है कि मैं कुछ समय के लिए इस सीट पर रहने में सक्षम नहीं हूं। हां याद रखें मैं भाग नहीं रहा हूं. बस इतना कहकर धनखड़ वहां से चले गए।
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