कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने गुजरात दौरे के दौरान अहमदाबाद में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए संगठन में व्यापक बदलाव की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को पहले अपनी जिम्मेदारियां निभानी होंगी, तभी जनता उन्हें सत्ता में लाने पर विचार करेगी।
राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात कांग्रेस में दो तरह के लोग हैं—एक वे जो पार्टी की विचारधारा के प्रति प्रतिबद्ध हैं और जनता के लिए काम कर रहे हैं, और दूसरे वे जो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से मिले हुए हैं। उन्होंने कहा, “जब तक हम इन दोनों को अलग नहीं करेंगे, तब तक गुजरात की जनता हम पर विश्वास नहीं करेगी।”
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि कांग्रेस को अपनी संगठनात्मक कमियों को दूर करना होगा। उन्होंने कहा कि गुजरात की रीढ़ छोटे व्यापारी, लघु और मध्यम उद्यमी, किसान हैं। वे सभी नई सोच की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस यह सोच दे सकती है, लेकिन इसके लिए पहले हमें खुद को मजबूत करना होगा।
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि गुजरात में कांग्रेस को सत्ता से बाहर हुए लगभग 30 साल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जब तक हम अपनी जिम्मेदारियां नहीं निभाते, तब तक जनता हमें जीत नहीं दिलाएगी।
राहुल गांधी के इस बयान से स्पष्ट है कि कांग्रेस गुजरात में संगठनात्मक स्तर पर बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे जनता के साथ जुड़ें और पार्टी की विचारधारा के प्रति प्रतिबद्ध रहें।
यह दौरा कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, खासकर जब पार्टी 2027 के विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रही है। राहुल गांधी का यह स्पष्ट संदेश है कि पार्टी को अपने भीतर से ही सुधार करना होगा, तभी वह जनता का विश्वास जीत सकेगी।

More Stories
जब सपनों ने छोड़ा साथ ; सूरत में आर्थिक तंगी से टूटे परिवार ने चुना मौत का रास्ता
हैवान बना बेटा ; मटन के लालच में मां की कर दी हत्या, कलेजा निकाल तवे पर भूनकर खाया
क्या ममता बनर्जी की राजनीति में बदलाव लाएगा भगवा प्रभाव? जानिए 2026 के चुनाव का बड़ा खेल!