भारत में पिछले कुछ वर्षों से गेमिंग इंडस्ट्री में कई उतार चढ़ाव देखने को मिले हैं। हाल ही में भारत के सात गेमर्स को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गेमिंग इंडस्ट्री, कॉन्टेंट क्रिएशन, ई स्पोर्ट्स और गेम डेवलपमेंट पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया गया था। इस मुलाकात के पीछे का उद्देश्य भारत के भविष्य के विकास पर चर्चा था।
इन्हीं में से एक है भुज के तीर्थ मेहता। 28 वर्षीय तीर्थ को बचपन से ही गेमिंग का शौक रहा है और वह कंप्यूटर गेम के साथ-साथ स्टेशन गेम भी खेलते थे। उन्होंने सिक्किम के मणिपाल विश्वविद्यालय से एमएससी की पढ़ाई की। 2010 से तीर्थ गेमिंग इंडस्ट्रीज से जुड़े हुए हैं। साल 2018 में तीर्थ ने थाईलैंड में एशियन स्पोर्ट्स फेडरेशन द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में हार्थस्टोन गेम में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
मुलाकात के दौरान सभी गेमर्स ने भारत में खेलों के उदय, गेमिंग में करियर की संभावनाओं और इस क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी के बारे में बात की। मोदी ने गेमर्स को उनके सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में पूछा। साथ ही स्किल बेस्ड गेम और जल्दी से पैसा प्रदान करने वाले गेम के बीच अंतर के बारे में भी पूछा। गेमर्स ने इस प्रकार के गेम पर स्पष्टता का सुझाव दिया और वीडियो गेम की लत के बारे में भी चर्चा की।
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