6-7 मई की रात, 1:05 से 1:30 बजे के बीच, भारत ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर पहलगाम आतंकी हमले का बदला लिया। लेकिन, ये कार्रवाई सिर्फ एक जवाबी हमला नहीं थी, बल्कि PM मोदी के 5 संकेतों का नतीजा थी, जिन्होंने देश को बता दिया था कि कुछ बड़ा होने वाला है।
पहला इशारा: ‘आज ही होगी स्ट्राइक’
6 मई 2025, रात 8:54 बजे। एक कार्यक्रम में PM मोदी ने कहा, “ABP नेटवर्क को इस समिट के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। ‘और मुझे भी’…” इसके बाद वे 6 सेकंड रुके, हिचकिचाए और बात बदलते हुए कहा, “…क्योंकि, देर रात होने वाली है, फिर भी आप इतनी बड़ी तादाद में यहां मौजूद हैं। ये भी उज्जवल भविष्य की निशानी है।”
‘और मुझे भी…’ बोलकर PM का रुकना और फिर बात बदलना, एक संकेत था। उनके भाषण के ठीक चार घंटे बाद, भारत ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल से एयरस्ट्राइक की।
दूसरा इशारा: 1971 के बाद पहली बार 244 जगहों पर मॉक ड्रिल
5 मई 2025, केंद्रीय गृहमंत्रालय ने 7 मई को देश के 244 जगहों पर मॉक ड्रिल का आदेश जारी किया। 6 मई की शाम पंजाब के कुछ इलाकों में मॉक ड्रिल हुई। 1971 के बाद पहली बार ऐसी मॉक ड्रिल हुई थी।
इसका दोहरा मकसद था: पाकिस्तान को भ्रमित करना और जनता को मानसिक रूप से तैयार करना। 7 मई की तारीख इसलिए चुनी गई, ताकि जवाबी कार्रवाई के लिए लोग तैयार रहें।
तीसरा इशारा: ‘चुन-चुन कर बदला लेंगे’
1 मई 2025, गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, “कोई ये ना समझ ले कि हमारे 27 लोगों को मारकर वो ये लड़ाई जीत गए हैं। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि हर व्यक्ति को जवाब भी मिलेगा और जवाब लिया भी जाएगा। कोई कायराना हमला करके सोचता है कि ये हमारी जीत है तो ये समझ ले कि चुन-चुन कर बदला होगा। ये नरेंद्र मोदी का भारत है।”
‘चुन-चुन कर बदला’ का मतलब था कि भारत अलग-अलग जगहों पर हमला करेगा, और वैसा ही हुआ।
चौथा इशारा: ‘बालाकोट से भी बड़ा कुछ होगा’
4 मई 2025, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “PM मोदी की कार्यशैली, दृढ़ संकल्प और जोखिम उठाने की क्षमता से आप भली-भांति परिचित हैं। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि PM मोदी के नेतृत्व में आप जो चाहते हैं, वह निश्चित रूप से होगा।”
यह इशारा था कि भारत जल्द ही बालाकोट से भी बड़ा कुछ करने वाला है। आखिरकार, 15वें दिन पहलगाम का बदला लिया गया।
पांचवां इशारा: ‘एक्शन के लिए तैयार’
पहलगाम हमले के बाद, PM मोदी ने 10 दिनों में तीन बार वायुसेना प्रमुख से मुलाकात की। 26 अप्रैल को उन्होंने सेना प्रमुखों और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ मीटिंग की, और सेना को कार्रवाई की पूरी आजादी दी।
यह साफ संकेत था कि भारत एयरस्ट्राइक करके बदला लेगा।
ध्यान भटकाने की रणनीति
दो दिन पहले, भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया और चिनाब नदी पर बने दो डैम बंद कर दिए। इससे लगा कि भारत ‘वॉटर स्ट्राइक’ करेगा, लेकिन दो दिन बाद ही एयरस्ट्राइक हुई।
ऑपरेशन सिंदूर, सिर्फ एक जवाबी हमला नहीं, बल्कि PM मोदी के दृढ़ संकल्प और रणनीतिक सोच का नतीजा था।

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