एलन मस्क की ब्रेन-चिप कंपनी न्यूरालिंक को अपने पहले ह्यूमन ट्रायल के लिए इंडिपेंडेंट इंस्टिट्यूशनल रिव्यू बोर्ड से रिक्रूटमेंट की मंजूरी मिल गई है। यानी अब न्यूरालिंक ह्यूमन ट्रायल के लिए लोगों की भर्ती कर सकेगी। अगर ह्यूमन ट्रायल कामयाब रहा तो चिप के जरिए ब्लाइंड भी देख सकेंगे।
पैरालिसिस से पीड़ित मरीज सोचकर कंप्यूटर चला सकेंगे। एलन मस्क ने कहा- ‘पहले मरीज को जल्द ही न्यूरालिंक डिवाइस मिलेगी। इसमें पूरे शरीर के मूवमेंट को रिस्टोर करने की क्षमता है। कल्पना कीजिए अगर स्टीफन हॉकिंग के पास यह होता।’
स्टीफन हॉकिंग वर्ल्ड फेमस ब्रिटिश फिजिसिस्ट और कॉस्मोलॉजिस्ट थे। वो एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस नाम की बीमारी से पीड़ित थे। इस बीमारी में शरीर का पूरा मूवमेंट रुक जाता है।
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