(नलिनी रावल)
एक तरफ देश में हिंसा ने सिर उठाया है, साथ ही महंगाई ने भी आम नागरिक की कमर तोड़ दी है। गली में जितने भी सब्जी वाले आते है, उनमें से किसी के भी पास टमाटर नहीं होते, क्योंकि दाम बहुत ज्यादा है। होलसेल में भी खरीद नहीं पाता। ठेले से गायब हुए टमाटरों की ही तरह बहुत जल्द प्याज भी गायब हो सकता है। गेहूं, बींस, और टमाटर के बाद अब गरीबों की कस्तूरी कहे जाते प्याज के दामों में भी तेजी के आसार है।
देश का सबसे बड़ा प्याज उत्पादक शहर कहे जाते नासिक में बारिश कम होने के कारण जरूरत से बहुत ही कम प्याज का उपार्जन हुआ है। वहीं दक्षिण के राज्यों में भी उत्पादन कम हुआ है। इसी के कारण पिछले एक महीने में दाम में 25% की बढ़ोतरी देखी गई है।
भारत में साल में तीन बार प्याज की फसल ली जाती है।महाराष्ट्र में अप्रैल मई की फसल बेमौसम बारिश के कारण खराब होना भी एक कारण है।
खास बात तो यह है कि अपने लोनावल स्थित फार्म हाउस में खेती का आनंद लेते अभिनेता धर्मेंद्र ने भी सोशल मीडिया पर प्याज की बरबाद हुई फसल के फोटो शेयर कर दुःख व्यक्त किया है।
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