National Statistics Day: हर साल 29 जून को भारत में राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से प्रख्यात सांख्यिकीविद् (statistician) प्रोफेसर प्रशांत चंद्र महालनोबिस की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। प्रोफेसर महालनोबिस ने 1931 में भारतीय सांख्यिकी संस्थान (आईएसआई) की स्थापना की थी और भारत के पहले योजना आयोग के सदस्य भी थे। विज्ञान में उनके श्रेष्ठ योगदान के लिए उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस का उद्देश्य अर्थव्यवस्था, जनसंख्या और समाज से संबंधित आंकड़े एकत्र करना और प्रकाशित करना है। यह दिन आधिकारिक आंकड़ों के उत्पादन में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अच्छे अभ्यास को बढ़ावा देता है। इस वर्ष 2024 में राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस की थीम “निर्णय लेने के लिए डेटा का उपयोग” है, जो सतत विकास और नवाचार को बढ़ावा देने में डेटा की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करेगी।
इस दिन को मनाने के लिए सेमिनार्स (seminars), वर्कशॉप्स (workshops) और एडुकेशनल प्रोग्राम्स (educational programs) आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य सांख्यिकीय पढ़ने लिखने की योग्यता को बढ़ावा देना और नीति निर्माण और रोजमर्रा की ज़िंदगी में सांख्यिकी के व्यावहारिक अनुप्रयोगों (applications) को प्रदर्शित करना है।
प्रोफेसर प्रशांत चंद्र महालनोबिस के योगदान का सम्मान, सांख्यिकी को बढ़ावा देना, जन जागरूकता, युवाओं को प्रेरित करना, नीति विकास, व्यावहारिक अनुप्रयोगों का प्रदर्शन राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस 2024 का उद्देश्य सांख्यिकी की गहरी समझ और प्रशंसा को प्रेरित करना है और व्यक्तियों और संगठनों को समाज की बेहतरी के लिए डेटा की शक्ति का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना है।

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