गुजरात के स्कूलों में बच्चों को श्रीमद्भगवद गीता की शिक्षा दी जाएगी। गुजरात में अगले शैक्षणिक सत्र से कक्षा 6 से कक्षा 12 तक के पाठ्यक्रम में श्रीमद्भगवद गीता के मूल्यों और सिद्धांतों को पढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में विधानसभा में लाया गया सरकारी संकल्प विधानसभा में बिना विरोध के पारित हो गया है।
बीते वर्ष राज्य शिक्षा विभाग ने ऐलान किया था कि श्रीमद्भगवद गीता के आदर्शों और मूल्यों को अगले शैक्षणिक वर्ष से कक्षा छठवी से 12वीं तक के स्कूलों में पढ़ाया जाएगा। ये प्रस्ताव शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पंशेरिया द्वारा सदन में पेश किया गया था।
पीएम नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020’ के तहत लिया गया यह फैसला छात्रों में मूल्यों को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। बता दें कि मार्च 2022 में गुजरात सरकार ने राज्य विधानसभा में घोषणा की थी कि भगवद गीता पूरे राज्य में कक्षा 6 से 12 तक के स्कूल पाठ्यक्रम का हिस्सा बनेगी।
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