जैसे-जैसे देश में डिजिटलाइजेशन बढ़ रहा है। ठगी के उतने ही नए-नए उपाए मार्केट में आ रहे हैं। जैसे हालही में मोबाइल टावर लगाने को लेकर जबरन लोगों से पैसे वसूलने की खबर सामने आई थी। लोगों को गुमराह कर ये ठग अपनी वारदात को अंजाम देते हैं। ऐसे में एक आम नागरिक को हर विषय की जानकारी होना जरूरी है। तो चलिए इसी कड़ी में हम आपको बताते हैं कि यदि आपको भी मोबाइल टावर लगाने के लिए TRAI द्वारा NOC की मांग की जाए तो आपको क्या करना है।
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) मोबाइल टावर लगाने के लिए किसी भी प्रकार की नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) जारी नहीं करता है। हाल के दिनों में, कुछ ठगों द्वारा फर्जी लेटर दिखाकर लोगों को गुमराह करने और ठगी करने के मामले सामने आए हैं। अगर आपके पास कोई ऐसा व्यक्ति आता है जो TRAI की NOC के नाम पर आपसे संपर्क करता है, तो सतर्क रहें।
क्या करें?
- जानकारी की पुष्टि करें:
- सबसे पहले यह जांचें कि संबंधित व्यक्ति या कंपनी का मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर से वैध संबंध है या नहीं।
- अगर कोई NOC का दावा करता है, तो तुरंत इसे संदिग्ध मानें।
- संबंधित सेवा प्रदाता से संपर्क करें:
- उस मोबाइल नेटवर्क कंपनी से संपर्क करें जिसके नाम पर ठगी की कोशिश हो रही है।
- यह सुनिश्चित करें कि उनके पास इस प्रक्रिया के लिए आवश्यक अधिकार और वैधता है।
- स्थानीय पुलिस को सूचित करें:
- ऐसी गतिविधि के बारे में तुरंत पुलिस को जानकारी दें।
- फर्जी दस्तावेज या ठग की अन्य जानकारी पुलिस के साथ साझा करें।
फर्जीवाड़े से बचने के लिए सुझाव:
- TRAI के नाम पर मिलने वाले किसी भी दस्तावेज़ को सत्यापित करें।
- यदि कोई व्यक्ति या कंपनी मोबाइल टावर लगाने के नाम पर NOC की मांग करे या पेश करे, तो यह ठगी का प्रयास हो सकता है।
- अपने आस-पास के लोगों को इस विषय में जागरूक करें जिससे वे ठगी का शिकार न बनें।
याद रखें:
TRAI का काम मोबाइल टावर लगाने की अनुमति देना नहीं है। यह केवल दूरसंचार सेवाओं को नियंत्रित करने और उनका नियमन करने का कार्य करता है।
सतर्क रहें और फर्जीवाड़े की किसी भी संभावना को पहचानकर सही कदम उठाएं।
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