13 April 2022
भीषण गर्मी से तप रहे समूचे उत्तर और मध्य भारत के लिए राहत भरी खबर है। अगले 10 दिन तक तापमान में गिरावट आएगी। लू चलनी बंद होगी। हालांकि अप्रैल के आखिरी हफ्ते में गर्मी फिर से प्रचंड रूप दिखाने लगेगी। ऐसी आशंका है कि देश के कई स्थानों पर तापमान के पिछले सभी रिकॉर्ड टूट सकते हैं। यह अनुमान मौसम एजेंसी स्काईमेट ने भास्कर को विशेष तौर पर उपलब्ध कराया है।
तेज बारिश की संभावना
सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ कश्मीर में दस्तक दे चुका है। इसके असर से कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 13-14 अप्रैल को हल्की बारिश की संभावना है। कहीं-कहीं तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि भी संभव है। उसके बाद 18 अप्रैल को फिर से एक और पश्चिमी विक्षोभ आएगा। उसका असर उत्तर से मध्य भारत तक 22 अप्रैल तक रहेगा। फिर 23 अप्रैल के बाद तापमान में तेज बढ़ोतरी होगी।
स्काईमेट के मौसम विज्ञानी महेश पलावत ने बताया कि अप्रैल और मई में अरब सागर या बंगाल की खाड़ी से नमी लेकर आ रहीं हवाएं हर हफ्ते कम से कम एक बार बड़ी राहत पहुंचाएंगी। इनके असर से तेज गर्मी के दौरान दोपहर बाद अचानक बादल बनेंगे और शाम को गरज के साथ बारिश होगी। ऐसी घटनाएं आने वाले हर हफ्ते होगी।
लगातार चौथे साल सामान्य रहेगा मानसून
मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट ने भी एक दिन पहले 2022 के लिए मानसून का पूर्वानुमान जारी किया है। इसके मुताबिक इस साल मानसून सामान्य रहने की संभावना है। यानी इस बार बारिश के 4 महीनों के दौरान 98% बारिश होगी। अमूमन जून से सितंबर के बीच भारत में 880.6 मिमी बरसात होती है, यानी 2022 में यह इसी मात्रा का 98% हो सकती है। स्काईमेट ने अपने इस अनुमान में 5% की कमी या बढ़ोतरी का भी मार्जिन रखा है।
मध्य प्रदेश, गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र में अगले दो हफ्तों के दौरान बादलों की आवाजाही दो-तीन बार संभव है। बारिश के आसार कम हैं, लेकिन तापमान में 4-5 डिग्री की गिरावट आ सकती है। हालांकि 23 अप्रैल के बाद गर्मी फिर बढ़ेगी।
पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत
प. बंगाल, असम, मेघालय, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश में 13 से 16 अप्रैल तक भारी बारिश के आसार हैं। 13-14 को केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में भी भारी बारिश संभव है। मौसम वैज्ञानिक महेश पलावल ने बताया कि दो पश्चिमी विक्षोभ से गर्मी से राहत जरूर मिलेगी, लेकिन यह राहत ज्यादा दिन तक नहीं चलेगी। महीने का आखिरी हफ्ता बहुत तपाएगा।
IMD ने भी की मौसम में बदलाव की पुष्टि
मौसम विज्ञान विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने कहा कि उत्तर पश्चिम भारत में गर्मी का प्रकोप समाप्त हो गया है और बादलों की बढ़ती उपस्थिति के कारण तापमान में दो से तीन डिग्री की कमी आने की संभावना है। दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा में बादलों की मौजूदगी से तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की कमी आएगी।
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