संसद के विशेष सत्र के दूसरे दिन पुराने संसद भवन की कार्यवाही अब नए संसद भवन में ट्रांसफर कर दी गई है। आज से नए संसद भवन को कार्यरत कर दिया गया है। क्या आपकों पता है यह नया संसद भवन पूरी तरह से हाईटेक है। सचिवालय का यह पहला डिजिटल प्लेटफॉर्म संसद सदस्यों के संसदीय रिकॉर्डों तक पहुंचने की प्रक्रिया को आसान बनाता है। यहां 22 अनुसूचित क्षेत्रीय भाषाओं में सदन की कार्यवाही के रीयल टाइम ट्रांसक्रिप्शन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित तकनीक का उपयोग होता है।
इस नए संसद भवन की आधारशिला देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2020 में रखी थी। यह भवन 64500 स्क्वायर मीटर में बनकर तैयार हुआ है। यह नया संसद भवन चार मंजिला है। इसकी लागत करीब 971 करोड़ रुपये है। संसद की नई बिल्डिंग में कुल 1224 सांसदों के बैठने की सुविधा है। इनमें 888 लोकसभा सदस्य बैठ सकेंगे, जबकि राज्यसभा चैंबर में 384 सांसदों के बैठने का इंतजाम है।
नई संसद में AI पर आधारित ‘स्पीच टु टेक्स्ट’ इंजन संसदीय कार्यवाही के दौरान तुरंत अनुवाद करती है। पहले संसद सचिवालय की रिपोर्टिंग ब्रांच के जरिए इसका ट्रांसक्रिप्ट तैयार किया जाता था। लेकिन AI के कारण अब सदन की कार्यवाही का सटीक अनुवाद साथ के साथ ही होता चला जाएगा। इस ‘वन नेशन, वन एप्लीकेशन’ प्लेटफॉर्म का उद्देश्य सांसदों को पोर्टल के ‘नॉलेज मैनेजमेंट सिस्टम’ के जरिए हाई टेक करना है।
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