आजकल ठगो के तरीके बेहद चालाकी से विकसित हो चुके हैं, और हाल ही में एक खतरनाक धोखाधड़ी का तरीका सामने आया है, जिसमे वे लोगो को “डिजिटल अरेस्ट” के नाम पर ठगते हैं। इस नई ठगी में जालसाज फोन करके बताते हैं कि आपके किसी करीबी को सेक्स रैकेट या फिर किसी अन्य मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। ये घटनाएँ न केवल भ्रामक हैं, बल्कि जानलेवा भी हो सकती हैं।
हाल ही में एक महिला को ऐसे ही एक फोन कॉल आया, जिसमें कहा गया कि उसकी बेटी सेक्स रैकेट में फंसी है। वह महिला इतनी डर गई कि उसने तुरंत पैसे ट्रांसफर करने की कोशिश की, लेकिन तब तक उसे हार्ट अटैक आ गया और उसकी मौत हो गई। यह मामला ठगी के खतरनाक स्तर को दर्शाता है।
ऐसे मामलो में ध्यान देने योग्य ये पांच बातें याद रखें
1. पैसे ट्रांसफर करने से बचें
अगर आपको फोन पर बताया जाए कि आपकी बेटी को सेक्स रैकेट में गिरफ्तार किया गया है और बचाने के लिए पैसे भेजने की मांग की जाए, तो तुरंत घबराएं नहीं। पहले अपनी बेटी से संपर्क करें। अगर वह सुरक्षित है, तो तुरंत 1930 साइबर हेल्पलाइन पर शिकायत करें। ठगों के झांसे में आए बिना पैसे का ट्रांसफर न करें।
2. व्हाट्सएप नोटिस की वैधता पर ध्यान दें
ठग आपको व्हाट्सएप पर फर्जी नोटिस भेज सकते हैं, जो वास्तविक लग सकता है। ध्यान रखें, व्हाट्सएप या वीडियो कॉल पर भेजा गया कोई भी नोटिस वैध नहीं होता। ऐसे में ठग से पेपर पर नोटिस मांगे या e-mailकरने के लिए कहें।
3. ऑनलाइन पूछताछ से सतर्क रहें
अगर कोई व्यक्ति आपको वीडियो कॉल पर पुलिस अधिकारी बनकर पूछताछ कर रहा है, तो यह समझें कि वह धोखेबाज है। सरकारी कार्यालय कभी भी ऑनलाइन पूछताछ नहीं करते; अधिकारी आपको दफ्तर बुलाते हैं या घर पर पूछताछ करते हैं।
4. व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें
धोखेबाज आपसे निजी जानकारी जैसे बैंक डिटेल मांग सकते हैं। ऐसी स्थिति में किसी भी जानकारी का आदान-प्रदान न करें। ठगो के लिए यह जानकारी सुनहरा अवसर हो सकता है।
5. पुलिस व्हाट्सएप कॉल नहीं करती
ध्यान रखे कि पुलिस कभी भी आपको व्हाट्सएप कॉल नहीं करती। अगर कोई ऐसा करता है, तो वह स्पष्ट रूप से ठग है। किसी भी आधिकारिक सूचना के लिए हमेशा थाने से सीधे संपर्क करें।
यह समय की आवश्यकता है कि हम इन धोखेबाजो की चालाकियो को समझें और सावधानी बरते। ठगी के इस नए तरीके के बारे में जागरूकता फैलाना आवश्यक है, ताकि कोई भी इसके जाल में न फंसे। अपने परिवार की सुरक्षा का ध्यान रखें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करें। याद रखें, सतर्कता ही सुरक्षा की पहली सीढ़ी है।
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