“मन के हारे हार है, मन के जीते जीत। कहे कबीर हरि पाइए मन ही की परतीत।।” मलतल- जीवन में जय और पराजय केवल मन के भाव हैं। यानी जब हम किसी कार्य के शुरू में ही हार मान लेते हैं कि हम सचमुच में ही हार जाते हैं। और यदि मन में जीतने की ठान ली तो दुनिया की कोई ताकत उसे हरा नहीं सकती। यह कहावत द कपिल शर्मा शो का हिस्सा रहे पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी पर पूरी तरह से लागू होती हैं जिन्होंने अपने परिवार और अपने बुलंद हौसलों से कैंसर जैसी जानलेवा बिमारी को हराया है।
आपको बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू इस वक्त अपनी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर चर्चा का विषय बने हुए हैं। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया कि कैसे उनकी पत्नी ने स्टेज 4 के कैंसर पर काबू पा लिया है और अब पूरी तरह से कैंसर मुक्त हैं। हालाँकि, उनका सफर उतना आसान नहीं था जितना लगता है। इस दौरान डॉक्टरों ने हार मान ली थी और हाथ खड़े कर दिए थे, लेकिन नवजोत सिंधु की पत्नी ने अपनी जीवनशैली और डाइट प्लान में बदलाव कर 40 दिनों में कैंसर को मात देकर नई जिंदगी की शुरुआत की है।
My wife is clinically cancer free today ….. pic.twitter.com/x06lExML82
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) November 21, 2024
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए सिद्धू ने कहा कि उनकी पत्नी का 40 प्रतिशत इलाज सरकारी अस्पताल यमुनानगर में हुआ। उन्होंने बताया कि डॉक्टर ने कहा, “सिद्धू साहब, बचने की 5% भी संभावना नहीं है। ‘मेटास्टेसिस’ त्वचा तक पहुंच चुका है। उसके बाद अमेरिका से आए मेरे दोस्त के बेटे ने भी अपना हाथ खड़ा कर दिया था। हालांकि, इस दौरान मैंने पढ़ाई की.” इस बारे में बहुत कुछ और उन्होंने रिसर्च की ।”
वह बताते हैं, ‘मैं प्रतिदिन चार से पांच घंटे अमेरिकी डॉक्टरों और आयुर्वेद के बारे में पढ़ने में बिताता था। और जब मेरे पास समय होता तो मैं जो पढ़ता था उस पर काम करता। और इसमें मेरी बेटी ने एक खास तरह का डाइट प्लान बनाया।’
इन चीजों से बनाएं डाइट प्लान
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, ”मेरी पत्नी के डाइट प्लान से आटा, दूध से बने उत्पाद, समोसा जलेबी, रोटी, रिफाइंड तेल पूरी तरह से हटा दिया गया था और इसके बजाय वह कैंसर से बचने के लिए खाने के समय में अंतर रखती थी, मिठाई बिल्कुल नहीं, कार्बोहाइड्रेट नहीं इससे कैंसर कोशिकाएं मरती हैं। वह शाम 6 बजे से 6.30 बजे के बीच खाना खाते थे और सुबह 10 बजे नींबू पानी लेते थे।”
नीम की पत्तियां, आंवला जैसी खट्टी चीजों की मदद ली
इसके अलावा वे कच्ची हल्दी, एक लहसुन और सेब भी परोसते थे। साथ ही नीम की पत्तियां, आंवला, जामुन जैसी 10-12 खट्टी चीजों का इस्तेमाल किया जाता था। इसके अलावा हमने बात की कि नवजोत कौर अपनी डाइट में क्या शामिल करती हैं। इतना ही नहीं, सिद्धू ने भी यही डाइट प्लान अपनाया। इससे उनकी फैटी लीवर की समस्या ठीक हो गई और उनका 25 किलो वजन भी कम हो गया है।
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