Museum Selfie Day: आज कल कुछ हुआ नहीं की लोग अपने फोन निकाल कर झट से ‘सेल्फी’ ले लेते हैं। ये सेल्फी दुख-सुख का साथी बनती जा रही है। सेल्फी शब्द ‘सेल्फ’ शब्द से बना है, जिसका मतलब है स्वयं द्वारा ली गई तस्वीर, लेकिन यहां सवाल अब ये उठता है कि एक अच्छी सेल्फी कैसे क्लिक करें? सेल्फी के लिए फ्रंट कैमरा, सेल्फी स्टिक आई अब तो सेल्फी कोर्स भी शुरू हो गया हो तो अब आगे क्या? इस सवाल का जवाब 17 जनवरी को ‘म्यूजियम सेल्फी डे’ के रूप में सामने आ गया है। यह खास दिन हर साल जनवरी के तीसरे बुधवार को मनाया जाता है।
आज की युवा पीढ़ी एक कदम आगे बढ़कर अब ‘म्यूजियम सेल्फी डे’ को फॉलो कर रही है। हालाँकि, म्यूज़ियम सेल्फी डे का चलन रातोरात शुरू नहीं हुआ। लंदन के एक ब्लॉगर मार डिक्सन ने इस दिन को मनाने का फैसला लिया और तब से यह अनोखा दिन दुनिया भर में मनाया जाने लगा और फिर सोशल मीडिया पर क्रिएटिव पोस्ट करना शुरू कर दिया।
आज नए स्मार्टफोन और कैमरे की दुनिया में ऐसे कई सेल्फी म्यूजियम लोगों के लिए आकर्षण बन गए हैं। कई जगहें कुछ दिनों या महीनों के लिए इस तरह के सेल्फी म्यूजियम खोलते हैं, जबकि कुछ जगहें स्थायी आधार पर ऐसे सेल्फी म्यूजियम शुरू करते हैं। दुनिया का पहला सेल्फी म्यूज़ियम सेल्फी अनुभव को बढ़ाने का एक नया तरीका है।
आइए वहां जाएं और एक सेल्फी लें
फिलीपींस की राजधानी मनीला में यह ‘आर्ट इन आइलैंड’ सेल्फी संग्रहालय लोगों को कला के नवीन कार्यों के साथ अपनी तस्वीरें क्लिक करने के लिए प्रेरित करता है। इसे ‘विश्व की सेल्फी राजधानी’ भी कहा जाता है। आम तौर पर जब आप किसी संग्रहालय में जाते हैं तो आपको कुछ भी छूने की ज़रूरत नहीं होती है और हर चीज़ को ध्यान से संरक्षित करना पड़ता है, लेकिन इस सेल्फी संग्रहालय में आप रोमांचक पृष्ठभूमि और परिवेश के साथ सेल्फी ले सकते हैं। यह सेल्फी संग्रहालय हर किसी को यहां आने और अपनी पसंद की किसी भी चीज़ के साथ अलग-अलग पोज़ में सेल्फी लेने के लिए आमंत्रित करता है। यहां तक कि आर्ट इन आइलैंड 3डी म्यूजियम में रखी मूर्तियों और 3डी पेंटिंग्स के साथ आपकी सेल्फी भी आपके लिए बेहद यादगार हो सकती है।
सेल्फी म्यूज़ियम के आकर्षण सेल्फी म्यूज़ियम या इंस्टाग्राम म्यूज़ियम निश्चित रूप से एक प्रकार की आर्ट गैलरी या इंस्टॉलेशन कहा जा सकता है, क्योंकि यह सेल्फी प्रेमियों को सोशल मीडिया साइटों पर पोस्ट की गई तस्वीरों के लिए पोज़ देने के लिए एक अनूठी सेटिंग प्रदान करता है। इसके लिए सेल्फी संग्रहालय में अद्वितीय रंगीन पृष्ठभूमि, विशाल प्रॉप्स और एनामॉर्फोसिस जैसे ऑप्टिकल भ्रम शामिल हैं।
तो संग्रहालय के रूप में गिना जाए या नहीं? कुछ टिप्पणीकारों ने सेल्फी म्यूज़ियम चलन की भी आलोचना की है। उनके मुताबिक पारंपरिक शब्द ‘संग्रहालय’ का इस तरह इस्तेमाल करना सही नहीं है। उनका मानना है कि संग्रहालय शब्द मानवता की धरोहर हैं। विशेष ऐतिहासिक, सांस्कृतिक या वैज्ञानिक महत्व की आधुनिक, रोचक वस्तुओं के संग्रह को हम संग्रहालय कहते हैं, जबकि सेल्फी जैसा शब्द फैशन से जुड़ा है। इसे पारंपरिक शैली तो नहीं कहा जा सकता, लेकिन पैसा कमाने का एक जरिया जरूर कहा जा सकता है।
17 जनवरी संग्रहालय सेल्फी दिवस भारत का पहला सेल्फी संग्रहालय हैदराबाद में ओपन किया गया। उन्नीसवीं सदी का टेलीफोन बूथ, बार्बी बॉक्स या रिंग लाइट या सेल्फी लेने के लिए रंगीन बॉल, हर तरह का आकर्षण का केंद्र बनती है।
कहा जाता है कि 2016 में शुरू हुए आइसक्रीम म्यूजियम की शुरुआत भी सेल्फी म्यूजियम से ही हुई थी. 2019 तक, पूरे अमेरिका में दर्जनों सेल्फी संग्रहालय खुल गए हैं। हालांकि, 2020 में कोरोना के कारण ज्यादातर म्यूजियम बंद करने पड़े।दुनियाभर में 30 से ज्यादा ऐसे सेल्फी म्यूजियम हैं जो लोगों को आकर्षित करते हैं।
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