संसद का मानसून सत्र आज सोमवार से शुरू हुआ। सत्र के दौरान कोरोना की दूसरी लहर, महंगाई और चीन से जुड़े मामले में हंगामे की बारिश तय है। इसके अलावा दो अध्यादेशों पर सरकार और विपक्ष के बीच तलवारें खिंच सकती है। विभिन्न मुद्दों पर जहां विपक्ष ने सरकार पर एकजुट हमला बोलने की रणनीति बनाई है, वहीं सरकार ने विपक्ष के वार के जवाब में पलटवार की रणनीति तैयार की है।
संसद का मानसून सत्र आज यानी 19 जुलाई से शुरू होने जा रहा है, जोकि 19 दिनों तक चलेगा। इस दौरान सत्ता पक्ष 17 से अधिक बिलों को पास कराने की जी तोड़ कोशिश करेगी। वहीं दूसरी ओर विपक्ष सरकार को घेरने का एक भी मौका नहीं छोड़ेगी। वैसे भी विपक्ष पहले से ही किसान आंदोलन, मंहगाई, कोरोना महामारी जैसे कई मुद्दें को लेकर सरकार को घेरती चली आ रही है।
कोरोना संकट के बीच संसद का मानसून सत्र आज थोड़ी ही देर पहले शुरू हुआ था। इस मानसून सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों से सदन में शांति बनाए रखने की अपील की है। संसद के बाहर PM ने मीडिया से कहा, ‘मैं सभी सांसदों से आग्रह करूंगा कि वे तीखे से तीखे सवाल पूछें, बार-बार सवाल पूछें, लेकिन शांत वातावरण में सरकार को जानकारी देने का मौका भी दें।’
मोदी ने कहा कि सदन में चर्चा सार्थक हो, परिणामकारी हो। इससे जनता-जनार्दन को भी जानकारी मिलती है। देश की गति भी तेज होती है। देश की जनता जो जवाब चाहती है, वो जवाब देने की सरकार की पूरी तैयारी है।’
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