हालही में मध्य प्रदेश के इंदौर से एक चौंका देने वाली ख़बर सामने आई है। एक महिला ने 45 दिनों तक चौराहे पर भीख मांगकर ढाई लाख रूपए कमाएं, और उन पैसों से अपने पति के लिए एक बाइक खरीदी। इसके अलावा यह ढाई लाख रुपयों में से एक लाख रूपए अपने सास ससुर को गाँव भेज दिए।
आपको बता दें कि इस महिला का नाम इंदिरा है जो राजस्थान के बारां की रहने वाली है। जैसे ही पुलिस को इस मामले की खबर मिली, वह तुरंत जांच करने पहुँच गई।
महिला से पूछताछ करने पर पता चला कि उसके पास एक ज़मीन, दो मंज़िला घर, एक बाइक, और 20 हज़ार रूपए का एक फ़ोन है। एक आश्चर्यजनक बात भी सामने आई कि महिला ने न केवल खुदको लेकिन अपनी 8 साल की बेटी समेत 3 नाबालिक बच्चों को भी भीख मांगने के काम में लगा दिया था। इसके इस जुर्म के खिलाफ अब जेजे एक्ट की गंभीर धाराओं में केस दर्ज होगा। बाल सुधार गृह में उसकी बेटी ने बयान दिया कि मां भीख मंगवाती थी। इंदिरा पर कार्रवाई की खबर लगते ही उसका पति अमरलाल दो बेटों के साथ राजस्थान भाग गया है।
दरअसल, इंदौर को भिखारी मुक्त बनाने के लिए कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर 6 दिन पहले संस्था प्रवेश की प्रमुख रुपाली जैन ने इंदिरा को बच्ची के साथ पकड़ा था। पूछताछ करते वक़्त इंदिरा ने कहा था कि “भीख ही तो मांग रही हूं, चोरी नहीं कर रही हूं।”
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