Sandeshkhali Case: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के एक गांव संदेशखाली में एक स्थानीय TMC नेता शाहजहां शेख द्वारा महिलाओं के यौन शोषण के आरोपों को लेकर लगातार आठवें दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा है। इस मामले पर जांच करने आज बीजेपी की एक फैक्ट फाइंडिंग टीम संदेशखाली जा रही थी, लेकिन उन्हें वहां अंदर जाने से रोक दिया गया। बता दें कि शाहजहां शेख अभी तक फरार है।
क्षेत्र की महिलाएं आगे आकर आरोप लगा रही हैं कि स्थानीय TMC के प्रमुख व्यक्ति शाजहान शेख अपने समर्थकों के साथ जमीन पर कब्ज़ा करने में लगे हुए हैं और दबाव में उनका यौन उत्पीड़न करते हैं।
एक ओर केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक के अनुसार, पुलिस ने CRPC की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा का हवाला देते हुए भाजपा टीम को संदेशखाली में प्रवेश करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। संदेशखाली ब्लॉक के रास्ते में रामपुर गांव में रुकने के बाद, भाजपा के छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने धरना-प्रदर्शन शुरू किया है।
वहीं दूसरी ओर सीएम ममता बनर्जी ने संदेशखाली में 17 लोगों की गिरफ्तारी को रेखांकित किया, यह सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई कि कोई भी अपराधी न्याय से बच न सके, साथ ही उन्होंने भाजपा पर क्षेत्र में शांति को बाधित करने के लिए बाहरी लोगों को आयात करने का भी आरोप लगाया।
ममता बनर्जी ने कहा कि “यह सामने आया है कि कैसे भाजपा कार्यकर्ताओं को लाया गया और योजनाबद्ध तरीके से हिंसा भड़काई गई। प्राथमिक लक्ष्य शाहजहाँ शेख था और ईडी उसे निशाना बनाते हुए क्षेत्र में दाखिल हुई।”
आपको बता दें कि राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा पश्चिम बंगाल की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान 19 फरवरी को संदेशखाली दौरा करने वाली हैं। इस बीच संदेशखाली मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में PIL दाखिल की गई है और बंगाल से बाहर जांच और सुनवाई की मांग की गई है।
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