Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की वोटिंग के बाद अब राज्य में मुख्यमंत्री की सीट को लेकर राजनीतिक गुटों में अंदरूनी खींचतान शुरू हो गयी है। 23 नवंबर को महाराष्ट्र की सीयासत पर किस पार्टी का थप्पा लगता है यह भेद खुल जाएगा। इन नतीजों से पहले महा विकास अघाड़ी (MVA) और महायुति ने अपनी-अपनी जीत का दावा ठोकना शुरू भी कर दिया है। CM पद को लेकर दोनों गठबंधनों के बीच आपसी रंजिश का दौर शुरू हो गया है।
महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए बुधवार को मतदान के बाद अब वोटों की गिनती कल होगी। लेकिन इसके पहले ही इस चुनाव में कौन सा फैक्टर काम करेगा? किन जातीय समीकरणों का गणित चलेगा? जैसे कई सवाल अख़बार और मीडिया में दिए जा रहे हैं।
अगर पहले बात करें नेताओं के ठोके जा रहे दावों की तो चुनाव के तुरंत बाद, राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र में उनकी पार्टी के नेतृत्व में एमवीए सरकार बनेगी। उन्होंने ने कहा, ‘वोटिंग के रुझान से पता चलता है कि नई विधानसभा में कांग्रेस को सबसे ज्यादा सीटें मिलेंगी।’ नाना पटोले का यह बयान सहयोगी पार्टी शिवसेना (UBT) को पसंद नहीं आया। यूबीटी नेता संजय राउत ने गुरुवार को कहा, ‘एमवीए के बहुमत हासिल करने के बाद मुख्यमंत्री का चेहरा सभी गठबंधन सहयोगियों द्वारा संयुक्त रूप से तय किया जाएगा।’
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने इस मामले में आगे कहा, ‘अगर कांग्रेस आलाकमान ने पटोले से कहा है कि वह मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे, तो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और उनके शीर्ष नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को इसकी घोषणा करनी चाहिए।’
महायुति की ओर से शिवसेना विधायक और पार्टी प्रवक्ता संजय शिरसाट ने कहा, ‘विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के चेहरे के तौर पर लड़ा गया था. मतदाताओं ने सर्वेक्षणों के जरिये शिंदे के प्रति अपनी प्राथमिकता दर्शायी है। इसलिए मुझे लगता है कि अगला मुख्यमंत्री बनना शिंदे का अधिकार है और हमें पूरा विश्वास है कि वह अगले मुख्यमंत्री बनेंगे.’
प्रतिष्ठित पद के लिए अपनी पार्टी के प्रमुख और उप मुख्यमंत्री अजीत पवार का नाम आगे बढ़ाते हुए कहा, ‘नतीजे जो भी हों, एनसीपी किंगमेकर होगी।’
मुख्यमंत्री पद के चेहरे के बारे में पूछे जाने पर फड़णवीस ने कहा, ‘महायुतिया की तीनों पार्टियां एक साथ बैठेंगी और अच्छा फैसला लेंगी.’
आपको बता दें एमवीए, जिसमें कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) शामिल हैं और वहीं महायुति में भाजपा, शिवसेना और एनसीपी शामिल हैं, ने विश्वास जताया है कि उनका गठबंधन शनिवार के मतदान के बाद अगली सरकार बनाएगा। हालांकि अधिकांश एग्ज़िट पोल ने महायुति के सत्ता बरकरार रखने की भविष्यवाणी की थी, लेकिन कुछ ने एमवीए का समर्थन किया।
कुछ ही महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी को मिली सफलता के बाद कई राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना था कि यही जीत लोकसभा के बाद विधानसभा चुनाव में भी दोहराई जा सकती है।
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