CATEGORIES

April 2025
M T W T F S S
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
282930  
Wednesday, April 16   11:54:00
mahakumbh 2025

महाकुंभ बना प्रबंधन की पाठशाला, 40 करोड़ श्रद्धालुओं के लिए की गई ये कुशल व्यवस्थाएं!

Maha Kumbh: वैज्ञानिक हमेशा प्रमाण मांगता है, लेकिन अध्यात्म एक ऐसा विषय है जहाँ विश्वास ही प्रमाण है। यही विश्वास और आस्था का महापर्व है महाकुंभ, जो 13 जनवरी 2025 से प्रयागराज में प्रारंभ हो रहा है। 50 दिनों से अधिक चलने वाले इस पर्व में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु स्नान के लिए आएंगे। मान्यता है कि गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में डुबकी लगाने से पाप धुल जाते हैं।

हालांकि, प्रशासन के लिए यह आयोजन एक बड़ी चुनौती है, जिसमें 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं की व्यवस्थाएं करनी होती हैं। यही महाकुंभ मेले को प्रबंधन की जीवंत पाठ्यपुस्तक बनाता है। जो लोग भविष्य में प्रबंधन क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं, उन्हें इस आयोजन का अनुभव जरूर लेना चाहिए।

महाकुंभ का अभिनव प्रबंधन

महाकुंभ में सबसे पहला ध्यान खींचने वाला नवाचार है यमुना नदी में बनाए गए फ्लोटिंग डिवाइडर है। नावों के यातायात को जाम से बचाने के लिए यह अनोखी व्यवस्था की गई है। यह डिवाइडर तैरने वाले क्यूब्स से बना है, जो रामायण में सुग्रीव की सेना द्वारा बनाए गए रामसेतु की तरह दिखता है। यह डिवाइडर लचीला है और भीड़ बढ़ने पर अपनी लंबाई बढ़ा सकता है।

संगम क्षेत्र में नावों के लिए पार्किंग और ट्रैफिक लेन

यमुना के घाटों पर नावों के लिए विशेष पार्किंग और ट्रैफिक लेन तैयार की गई हैं। इन नावों को सुंदर बनाने के लिए रंग-रोगन भी किया गया है। साथ ही, प्रशासन ने नाविकों को प्रशिक्षित किया कि वे बिना गुस्सा किए यात्रियों से संवाद करें।

ये भी पढ़ें- महाकुंभ पर मंडराया खतरे का साया , बम विस्फोट की धमकी से मचा हड़कंप

सुरक्षा और आपदा प्रबंधन

मेले में सुरक्षा और आपदा प्रबंधन सर्वोच्च प्राथमिकता है। “मिशन शून्य अग्निकांड” के तहत, आधुनिक फायर ब्रिगेड स्टेशन स्थापित किए गए हैं। इसमें अत्याधुनिक उपकरण, फायर बोट्स, रेस्क्यू टेंडर और वॉटर जेट शामिल हैं। 50 से अधिक फायर ब्रिगेड कर्मचारी 24×7 तैनात रहेंगे।

लक्ष्य: शांति और सुव्यवस्था

मेले में लाखों लोग अस्थायी टेंट और बांस की झोपड़ियों में रहेंगे। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने कोडवर्ड का उपयोग सुनिश्चित किया है, जिससे घबराहट न फैले।

ये भी पढ़ें – महाकुंभ 2025 के लिए विशेष ट्रेनों का ऐलान, प्रयागराज जाने के लिए 8 स्पेशल ट्रेनें

महाकुंभ न केवल आस्था का पर्व है, बल्कि विशाल प्रबंधन कौशल का भी अद्वितीय उदाहरण है। इसे देखकर कोई भी व्यक्ति समझ सकता है कि भव्य आयोजन कैसे कुशलता से संचालित किए जाते हैं।