CATEGORIES

May 2025
M T W T F S S
 1234
567891011
12131415161718
19202122232425
262728293031  
Thursday, May 1   3:06:56
maha kumbh 2025

महाकुंभ 2025: 45 दिनों में अमेरिका की आबादी से ज्यादा तीर्थयात्री, विश्व मीडिया की खास नजर

प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का समापन आज हो रहा है। इस भव्य आयोजन ने अपनी विशालता और सांस्कृतिक महत्व के कारण वैश्विक मीडिया का ध्यान आकर्षित किया। बुधवार, 26 फरवरी को, देशभर से आए लाखों श्रद्धालुओं ने महाशिवरात्रि के अवसर पर त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया, जिससे 45-दिवसीय महाकुंभ अपने समापन की ओर अग्रसर हुआ।

हर 12 साल में होने वाला यह भव्य धार्मिक आयोजन 13 जनवरी (पौष पूर्णिमा) से शुरू हुआ था, जिसमें नागा साधुओं की भव्य शोभायात्राएं और तीन अमृत स्नान शामिल रहे। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अब तक 65 करोड़ से अधिक भक्त इस वर्ष प्रयागराज महाकुंभ में शामिल हो चुके हैं।

इस विशाल हिंदू आयोजन ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भी व्यापक कवरेज प्राप्त की, जिसमें इसकी अप्रतिम विशालता, सांस्कृतिक महत्व, तकनीकी प्रगति और इतने बड़े आयोजन के प्रबंधन की चुनौतियों को प्रमुखता से उजागर किया गया।

कैसे विदेशी मीडिया ने महाकुंभ 2025 को कवर किया

द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने रिपोर्ट किया कि महाकुंभ मेले में अमेरिका की कुल जनसंख्या से अधिक तीर्थयात्री शामिल हुए, अनुमानित आंकड़ा लगभग आधा अरब से अधिक था। उनकी हेडलाइन थी- ‘This Indian Festival Hosts More Pilgrims Than the Population of the U.S.’

द हफिंगटन पोस्ट ने इसे दुनिया की सबसे बड़ी तीर्थयात्रा करार देते हुए महाकुंभ मेले से जुड़े अनुष्ठानों और विश्वासों का विस्तार से वर्णन किया।

विशाल भीड़

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, बुधवार रात 2 बजे तक 11.66 लाख श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके थे। यह संख्या अगले दो घंटों में बढ़कर 25.64 लाख हो गई और सुबह 6 बजे तक 41.11 लाख लोगों ने स्नान कर लिया।

सुबह 10 बजे तक, 81.09 लाख श्रद्धालु अंतिम स्नान कर चुके थे।

एएफपी ने रिपोर्ट किया कि दो दुखद भगदड़ों में दर्जनों लोगों की मौत के बावजूद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी ने इस आयोजन को हिंदू पुनरुत्थान और समृद्धि का प्रतीक बताते हुए एक बड़ी सफलता के रूप में पेश किया।

29 जनवरी को एक भगदड़ में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई और 90 से अधिक घायल हुए। इससे पहले, इस महीने की शुरुआत में, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक अन्य भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई जब भीड़ प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में चढ़ने के लिए उमड़ पड़ी।

हालांकि, इन घटनाओं के बावजूद, करोड़ों श्रद्धालुओं का आगमन जारी रहा। अब आयोजकों के सामने सबसे बड़ी चुनौती कुंभ स्थल की सफाई और व्यवस्थाओं को समेटने की है।

रॉयटर्स ने बताया कि इस बार के आयोजन को ‘डिजिटल महाकुंभ’ के रूप में प्रचारित किया गया था, जिसमें सुरक्षा और समन्वय के लिए उन्नत तकनीकों का उपयोग किया गया।

सीएनएन ने भस्म लिप्त नागा साधुओं के आगमन और उनके पवित्र स्नान पर विशेष ध्यान केंद्रित किया, जो इस आयोजन की गहरी जड़ों को दर्शाता है।

द न्यूयॉर्क टाइम्स ने सोशल मीडिया पर इस आयोजन को “पवित्र” बताया और कहा कि यह न केवल भक्तों बल्कि पर्यटकों, राजनेताओं और मशहूर हस्तियों को भी आकर्षित करता है।