देश का सबसे बड़ा लोकतंत्र माने जाने वाला भारत देश आज फिर एक बार देश के मुखिया यानी देश के प्रधानमंत्री का चयन कर रहा है। 18वीं लोकसभा का प्रधानमंत्री कौन होगा यह आने वाले कुछ घंटे में तय हो जाएगा। तो आइए इस खास मौके पर हम आपको बताते हैं कि प्रधानमंत्री आखिरकार होते कौन है, उनकी शक्तियां उनके कार्य क्या है, और अब तक भारत को किस-किस प्रधानमंत्री की सेवाएं मिली है।
दरअसल प्रधानमंत्री राष्ट्रपति के लिए एक सलाहकार होता है। इसके अलावा, वह मंत्रिपरिषद के नेता भी होते हैं। भारत के राष्ट्रपति, सरकार बनाने के लिए सबसे बड़े राजनीतिक दल के नेता को आमंत्रित करके प्रधानमंत्री का चुनाव करते हैं। एक बार जब नेता यह साबित कर देता है कि उसे लोकसभा के 50% सदस्यों का समर्थन प्राप्त है, तो वह व्यक्ति भारत का प्रधानमंत्री चुना जाता है।
भारत को अब तक 17 प्रधानमंत्री मिले है, जिसमें सबसे पहले थे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पंडित जवाहरलाल नेहरू। भारत के पहले प्रधानमंत्री और भारत की सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू 5 अगस्त 1947 से 27 मई 1964 तक यानी 16 साल और 286 दिन तक प्रधानमंत्री रहे,उन्होंने प्राचीन हिंदू नागरिक संहिता में सुधार भी किया।
जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद 27 मई 1964 से 9 जून 1964 यानी सिर्फ 13 दिन तक भारत के पहले अंतरिम और कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में कांग्रेस के गुलजारीलाल नंदा ने अपनी सेवाएं दी। उन्होंने दो बार भारत के कार्यवाहक पीएम के रूप में काम किया।
9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 यानी 1 साल और 216 दिन के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लाल बहादुर शास्त्री प्रधानमंत्री बने, उन्होंने 1965 के भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान जय जवान जय किसान का नारा दिया और उन्होंने भारत में श्वेत क्रांति को भी बढ़ावा दिया।
24 जनवरी 1966 से 24 मार्च 1977 तक 11 साल और 59 दिन के लिए भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की इंदिरा गांधी रही, उन्हें मिलेनियम महिला करार दिया गया और वह भारत रत्न पाने वाली पहली महिला भी रही।
फिर बारी आई गुजरात के सूरत के मोरारजी देसाई की जो जनता पार्टी के थे, 24 मार्च 1977 से 28 जुलाई 1979 तक 2 साल 116 दिन के लिए 81 वर्ष की उम्र में मोरारजी देसाई प्रधानमंत्री बने थे, जो प्रधानमंत्री बनने वाले सबसे बुजुर्ग व्यक्ति थे जिन्होंने बिना इस्तीफा दिए अपना कार्यकाल पूरा किया। उन्होंने औपचारिक रूप से इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल की स्थिति को समाप्त किया इसके अलावा वह एक मात्र भारतीय प्रधानमंत्री हैं जिन्हें पाकिस्तान के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार निसान ए पाकिस्तान से भी नवाजा गया।
28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक 170 दिन तक जनता दल के ही चौधरी चरण सिंह प्रधानमंत्री रहे,यह ऐसे पीएम थे जिन्होंने संसद का सामना नहीं किया, उन्होंने जमीदारी प्रणाली को हटा दिया और भारत में भूमि सुधार अधिनियम का अमलीकरण किया।
14 जनवरी 1980 से 31 अक्टूबर 1984 तक 4 साल और 291 दिन फिर एक बार इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनी उन्हें बांग्लादेश स्वाधीनता का सम्मान मिला और वह दुनिया की सबसे लंबी सेवा करने वाली प्रधानमंत्री रही उनके साहस और निरपेक्षता ने भारत को 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में पाकिस्तान पर जीत हासिल करने में सहायता की।
31 अक्टूबर 1984 से 2 दिसंबर 1989 5 साल 32 दिन राजीव गांधी प्रधानमंत्री रहे,सिर्फ 40 साल की उम्र में प्रधानमंत्री बनने वाले वे सबसे कम उम्र के व्यक्ति थे जो अपनी मां इंदिरा गांधी की हत्या के बाद प्रधानमंत्री बनाए गए । इसके अलावा भारत में कंप्यूटर क्रांति लाने का श्रेय भी राजीव गांधी को ही जाता है ।
भारत के नौवे प्रधानमंत्री रहे जनता दल के वी पी सिंह जिन्होंने 2 दिसंबर सन 1989 से 10 नवंबर 1990 तक 343 दिन कार्यभार संभाला और वह पहले प्रधानमंत्री रहे, जिन्हें अविश्वास प्रस्ताव के बाद प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ा।
फिर बारी आई जनता दल के चंद्रशेखर की जो 223 दिन 10 नवंबर सन 1990 से 21 जून 1991 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे।
21 जून सन 1991 से 16 में 1996 तक 4 साल और 330 दिन के लिए कांग्रेस के पीवी नरसिम्हा राव ने भारत की बागडोर संभाली जो दक्षिण भारत से आने वाले पहले प्रधानमंत्री थे उन्हें भारतीय आर्थिक सुधार के पिता के रूप में जाना जाता है।
फिर सिर्फ 16 दिन के लिए 16 मई 1996 से 1 जून 1996 तक भारतीय जनता पार्टी के अटल बिहारी वाजपेई सत्ता में रहे ।
1 जून 1996 से 21 अप्रैल 1997 तक 384 दिन एचडी देवगौड़ा की सरकार रही जो जनता दल के नेता थे।
21 अप्रैल 1997 से 19 मार्च 1998 तक 332 दिनों के लिए जनता दल इंद्र कुमार गुजराल भारत के प्रधानमंत्री बने। उन्होंने व्यापक परीक्षण कटिबंध संधि पर हस्ताक्षर करने का विरोध किया जिसने पोखरण परमाणु परीक्षण का मार्ग प्रशस्त कर दिया।
फिर एक बार 19 मार्च 1998 से लेकर 22 मई 2004 तक यानी 6 साल और 64 दिन तक भाजपा के अटल बिहारी वाजपेई प्रधानमंत्री बने।वे पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री रहे जिन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में अपना पूर्ण कार्यकाल पूरा किया।
22 मई 2004 से 17 मई 2014 तक यानी 10 साल 4 महीने और दो दिन तक कांग्रेस पार्टी के मनमोहन सिंह भारत के प्रधानमंत्री रहे, जो पहले सिख प्रधानमंत्री थे। उन्होंने भारत में 8 नए आईआईटी की स्थापना की, उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की भी शुरुआत कराई।
और फिर 26 मई 2014 से 2019 और 2019 से 2024 तक भारत के प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी, जो भारत के चौथे ऐसे प्रधानमंत्री है, जिन्होंने लगातार अपने दो कार्यकाल पूरे किए हैं, उन्होंने भारत की विदेश नीतियों को बेहतर बनाया है। अब आज 2024 में भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कौन इतिहास बनाता है उस पर देशभर की नजर है।
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